छोटे बच्चों को किस उम्र में कौन-कौन सी विटामिन सप्लीमेंट की जरूरत होती है, जानें एक्सपर्ट के अनुसार
0-6 महीने के बच्चे : इस उम्र में बच्चों को सभी आवश्यक पोषक तत्व मां के दूध से मिलते हैं. अगर मां का दूध उपलब्ध नहीं है, तो फार्मूला मिल्क का उपयोग किया जा सकता है, जो जरूरी विटामिन्स और मिनरल्स से भरपूर होता है.
6-12 महीने के बच्चे : इस उम्र में बच्चों को ठोस आहार की शुरुआत करानी चाहिए. इसके साथ ही विटामिन डी का सप्लीमेंट देने की सलाह दी जाती है, खासकर अगर बच्चा धूप में ज्यादा समय नहीं बिताता. विटामिन डी हड्डियों के विकास के लिए महत्वपूर्ण है.
एक्सपर्ट के अनुसार 1 से 2 साल के बच्चों को विटामिन डी और आयरन की सप्लीमेंट्स देना जरूरी होता है. विटामिन डी हड्डियों के विकास के लिए और आयरन खून में हीमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण है. ये सप्लीमेंट्स बच्चों के स्वस्थ विकास के लिए फायदेमंद होते हैं.
2 से 3 साल के बच्चों को विटामिन डी, आयरन और विटामिन सी की जरूरत होती है. विटामिन डी हड्डियों के विकास के लिए, आयरन खून में हीमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए और विटामिन सी इम्यूनिटी को मजबूत बनाने के लिए महत्वपूर्ण हैं. ये सप्लीमेंट्स बच्चों के स्वस्थ विकास में मदद करते हैं .
3 से 5 साल के बच्चों को विटामिन डी, कैल्शियम, और आयरन की जरूरत होती है. विटामिन डी और कैल्शियम हड्डियों के विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं, जबकि आयरन खून में हीमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए जरूरी है। ये सप्लीमेंट्स बच्चों की इम्यूनिटी को भी मजबूत बनाते हैं.