मूड ठीक नहीं है तो जानें क्या खाना चाहिए, जिससे तुरंत हो जाए ठीक
सेरोटोनिन एक हॉर्मोन है जो हमारे मूड को नियंत्रित करता है और नींद में मदद करता है. ट्राइप्टोफान नामक एमिनो एसिड युक्त भोजन सेरोटोनिन को बढ़ाते हैं. सेरोटोनिन की कमी से मूड स्विंग, एंग्जाइटी और डिप्रेशन हो सकता है.
अंडे में सेरोटोनिन लेवल को बढ़ाने वाला एमिनो एसिड ट्रिप्टोफैन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है. अंडे खाने से मस्तिष्क में सेरोटोनिन का स्राव बढ़ता है, जिससे मूड अच्छा बना रहता है और नींद भी अच्छी आती है.एक अध्ययन के अनुसार रोजाना 1-2 अंडे खाने से डिप्रेशन में कमी देखी गई है. इसलिए सुबह के नाश्ते में अंडे को शामिल करने से सेरोटोनिन लेवल बढ़ता है और मूड अच्छा बना रहता है.
अनानास यानी पाइनएप्पल में सेरोटोनिन की मात्रा अधिक होती है जो मूड को बेहतर बनाने में मदद करता है. कई स्टडीज़ में पाया गया है कि अनानास का सेवन करने से दिमाग में सेरोटोनिन लेवल बढ़ जाता है. लेकिन इसके लिए अनानास को फ्रेश खाना जरूरी है, क्योंकि पके हुए अनानास में सेरोटोनिन कम हो जाता है. इसलिए अगर आप अपने मूड को बूस्ट करना चाहते हैं तो रोज़ाना एक फ्रेश अनानास जरूर खाएं. यह आपको तनाव और नकारात्मक विचारों से राहत दिलाने में मदद करेगा.
टोफू में सेरोटोनिन नामक रसायन पाया जाता है जो मूड को बेहतर बनाने में मददगार हो सकता है. यह मस्तिष्क में भावनात्मक असंतुलन को कम करके तनाव को कम करने में सहायक है. टोफू में प्रोटीन, फाइबर, विटामिन और खनिज भी भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं जो स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होते हैं. इसलिए टोफू का सेवन मूड को बेहतर बनाने में मददगार है.
चीज और दूध में ट्रिप्टोफैन नामक एक अमीनो एसिड पाया जाता है, जो मस्तिष्क में सेरोटोनिन के स्तर को बढ़ाता है. सेरोटोनिन मूड और भावनाओं को नियंत्रित करने वाला रसायन है. इसलिए चीज और दूध जैसे डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन मनोभावों को सकारात्मक बनाए रखने में मदद कर सकता है.