प्रेगनेंसी में ज्यादा अल्ट्रासाउंड करवाना शिशु के लिए नुकसानदायक, जानें कब और कितनी बार करवाना चाहिए
प्रेगनेंसी के दौरान अल्ट्रासाउंड करवाना बहुत जरूरी होता है. अल्ट्रासाउंड से गर्भ और बच्चे के विकास की निगरानी की जा सकती है. प्रेगनेंसी में कितनी बार और कब अल्ट्रासाउंड करवाना चाहिए, यह जानना महत्वपूर्ण है.
पहला अल्ट्रासाउंड - प्रेगनेंसी के पहले तिमाही (12-14 हफ्ते) में. इससे गर्भावस्था की पुष्टि और गर्भ का सही विकास देखा जा सकता है.
दूसरा अल्ट्रासाउंड - दूसरे तिमाही (18-20 हफ्ते) में. इससे बच्चे का लिंग और विकास जांचा जा सकता है.
तीसरा अल्ट्रासाउंड - तीसरे तिमाही (28-32 हफ्ते) में. इससे बच्चे के विकास और स्वास्थ्य की जांच होती है.
चौथा अल्ट्रासाउंड - तीसरे तिमाही के अंत में (36 हफ्ते के बाद).इससे बच्चे की स्थिति और डिलीवरी के लिए तैयारी देखी जा सकती है.
इसके अलावा डॉक्टर की सलाह पर जरूरत पड़ने पर और अल्ट्रासाउंड करवाया जा सकता है.ज्यादा अल्ट्रासाउंड गर्भ में पल रहे शिशु के लिए हानिकारक हो सकता है. उसकी हड्डियों और दिमाग पर असर पड़ सकता है.