बच्चों को इन आसान टिप्स से सिखाएं रिजेक्शन से हैंडल करना
रिजेक्शन जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा है, और बच्चों को इससे निपटने का सही तरीका सिखाना माता-पिता और शिक्षकों की जिम्मेदारी होती है.
बच्चों को समझाएं कि रिजेक्शन हर किसी के जीवन में आता है और यह व्यक्तिगत असफलता नहीं है. उनसे उनकी भावनाओं के बारे में खुलकर बात करें.
बच्चों को याद दिलाना चाहिए कि एक रिजेक्शन उनकी सारी क्षमताओं को दर्शाता नहीं है. वे बहुत कुछ कर सकते हैं और उनमें और भी बहुत सकारात्मक गुण हैं. ऐसे में उनका आत्मविश्वास बना रहेगा.
सफल लोगों की कहानियां साझा करें जिन्होंने रिजेक्शन का सामना किया और उससे ऊपर उठे. यह बच्चों को प्रेरित करेगा और उन्हें दिखाएगा कि असफलता से सीखना और आगे बढ़ना संभव है.
बच्चों को समझाएं कि रिजेक्शन जीवन का एक हिस्सा है. माता-पिता को अपने बच्चों को समझाना चाहिए कि रिजेक्शन जीवन का एक सामान्य हिस्सा है और इसे कमजोरी या खुद को नीचा दिखाने वाली बात नहीं समझना चाहिए.