हर दिन एक ही समय पर उठती है अश्लील फिल्में देखने की तलब, जानें किस बीमारी के शिकार हो चुके हैं आप?
मानसिक रोग विशेषज्ञों की मानें तो अश्लील फिल्मों के शिकार हो चुके लोगों को पोर्न देखने की बहुत तलब उठती है. कई लोगों में इसकी समस्या ज्यादा बढ़ जाती है, जिससे कि उनका कामकाज बहुत प्रभावित होता है.
टीनएजर्स का अश्लील फिल्मों की तरफ आकर्षित होना सामान्य बात है. लेकिन माता-पिता को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि उनका बच्चा क्या देख रहा है.
अश्लील फिल्में देखने के शिकार लोग क्यों हो रहे हैं, इस बात का तो कोई तय पैमाना नहीं है, लेकिन कुछ लोग चिंता, अकेलेपन, या डिप्रेशन से निपटने के लिए ऐसा कर सकते हैं. लेकिन कुछ वक्त के बाद वो इसके आदी हो जाते हैं.
कई रिपोर्ट्स में ऐसा सामने आया है कि अश्लील फिल्में देखने की लत पुरुषों में इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की संभावना को बढ़ा सकती है.
इसके अलावा लगातार इसे देखने से चिंता, अवसाद और मानसिक तनाव जैसी समस्याएं बढ़ जाती हैं. कुछ लोग जब इसके जनूनी हो जाते हैं तब ये दिक्कतें होती हैं.
पोर्न को अक्सर शराब से भी जोड़कर देखा जाता है, लेकिन कुछ रिसर्च में ऐसा पता चला है कि जो लोग ज्यादा पोर्न देखते हैं उनमें यौन हिंसा की प्रवृति बढ़ने लगती है.
ऐसे लोगों में अक्सर निराशा छाई रहती है, वो रोजगार, रिलेशनशिप और फाइनेंशियली मुसीबत में फंसे रहते हैं.