टैटू बनवाते हैं तो संभल जाए क्योंकि इससे लिंफोमा कैंसर का बढ़ता है खतरा, रिसर्च में हुआ खुलासा
'यूनिवर्सिटी ऑफ सदर्न डेनमार्क' (SDU) के मुताबिक टैटू इंक के अंदर काफी ज्यादा खतरनाक कैमिकल होते हैं. जो स्किन के अंदर काफी ज्यादा खतरनाक साबित होते हैं.
जिसके कारण लिंफ नोड्स जैसे कैंसर का खतरनाक बैठता है. लिंफ नोड्स हमारे इम्युनिटी के काफी जरूरी होती हैं. इसके कारण एबनॉर्मल सेल्स ग्रोथ भी कंट्रोल करती है. जिसके कारण कैंसर का खतरा कम होता है.
जर्नल एनालिटिकल केमिस्ट्री में पब्लिश एक स्टडी के अनुसार, टैटू की इंक में कई खतरनाक केमिकल्स मौजूद होते हैं, जिससे स्किन, लंग्स और लिवर में इरिटेशन हो सकते हैं.
इतना ही नहीं इससे किडनी और नर्वस सिस्टम तक को नुकसान पहुंच सकता है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, कई बार टैटू में इस्तेमाल होने वाली नीडल सही न होने की वजह से ब्लड से फैलने वाली कई खतरनाक बीमारियों का जोखिम रहता है.
इससे हेपेटाइटिस-सी, HIV या एड्स, मेथिसिलिन-प्रतिरोधी स्टैफिलोकोकस ऑरियस जैसी बेहद गंभीर बीमारी हो सकती है.मेडिकल न्यूज टूडे के अनुसार, स्वीडन की लिंड यूनिवर्सिटी के रिसर्चर ने टैटू से कैंसर का खतरा पाया है. 2007 से 2017 तक 10 साल स्वीडिश नेशनल कैंसर रजिस्टर का एनालिसिस किया, जिसमें 20 से 60 साल की उम्र वाले शामिल थे.
इस स्टडी में पाया गया कि टैटू बनवाने वालों में बिना टैटू वालों के मुकाबले लिंफोमा का खतरा 21 परसेंट तक ज्यादा था.