छठ पूजा कैसे बढ़ाएं रिश्तों में प्यार, ये 5 संस्कार आएंगे बेहद काम
साथ में करें पूजा की तैयारी :जब परिवार के सदस्य मिलकर पूजा की तैयारी करते हैं, तो एक साथ समय बिताने और बातचीत करने का मौका मिलता है. छठ का प्रसाद जैसे ठेकुआ, खीर, और फल एक साथ तैयार करें. मिलकर काम करने से रिश्ते में नजदीकियां और प्यार अपने आप बढ़ता है.
घर की सफाई एक साथ करें : छठ पूजा से पहले घर को साफ-सुथरा करना शुभ माना जाता है. जब आप मिलकर ये काम करते हैं, तो साथ में जिम्मेदारी निभाने का अहसास बढ़ता है.आंगन, पूजा स्थल और घर की सजावट मिलकर करें. यह छोटा-सा कदम भी रिश्तों में प्यार लाता है.
दिल की बातें करें : त्योहार सिर्फ पूजा-पाठ के लिए नहीं होते, बल्कि ये समय होता है मन से सारी गलतफहमी दूर करने का होता है. अगर किसी बात से मन परेशान है, तो खुलकर बात करें. छोटी-छोटी बातों के लिए एक-दूसरे का साथ दें. इससे रिश्ते और भी सच्चे बनते हैं.
साथ मिलकर दें सूर्य को अर्घ्य : सूर्य को अर्घ्य देना छठ पूजा का सबसे पवित्र पल होता है. यह कर्म परिवार के बीच एकता और भक्ति का प्रतीक है. मां-बेटा, पति-पत्नी या परिवार के सदस्य साथ में घाट पर जाएं और सूर्य देव को अर्घ्य दें. जल अर्पित करते वक्त एक-दूसरे के लिए मन से प्रार्थना करें.
व्रत में मदद करें :छठ का दूसरा दिन यानी खरना बहुत विशेष होता है. इस दिन उपवास रखा जाता है, जो त्याग और अनुशासन का प्रतीक है.अगर आपकी मां, पत्नी या बहन व्रत रख रही हैं, तो उनकी मदद करें. उनके लिए फल, जल और प्रसाद की व्यवस्था करें. यह आपकी सच्ची केयर और प्यार को दिखाता है.
साथ में संध्या और उषा अर्घ्य करें : तीसरे और चौथे दिन, डूबते और उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है. ये पल रिश्तों में नई शुरुआत और आशा का प्रतीक होते हैं.संध्या अर्घ्य के समय साथ में नदी या तालाब के किनारे खड़े होकर प्रार्थना करें. उषा अर्घ्य के वक्त सूर्योदय को साथ देखें. यह रिश्तों में रोशनी और प्यार लाता है.