Akshardham Temples Around the World: गुजरात और दिल्ली के अलावा कहां-कहां बना है अक्षरधाम मंदिर? जान लें हर एक का नाम
अक्षरधाम मंदिर कला, वास्तुकला और धर्म का अद्भुत मेल प्रस्तुत करते हैं. इन मंदिरों में हाथों से की गई नक्काशी, मूर्तिकला और भारतीय शिल्प कौशल की झलक देखने को मिलती है.
दिल्ली का स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर 2005 में यमुना के किनारे बना, जबकि गांधीनगर (गुजरात) का अक्षरधाम मंदिर BAPS का मुख्यालय है. ये दोनों मंदिर भगवान स्वामीनारायण और महान ऋषियों को समर्पित हैं और विश्वभर में भक्तों को आकर्षित करते हैं.
अक्षरधाम में भगवान स्वामीनारायण की विशाल मूर्तियां, सांस्कृतिक प्रदर्शनी और ध्यान-कक्ष होते हैं. हर तत्व मंदिर में आध्यात्मिक अनुभव और शांति का एहसास कराता है.
गुजरात और दिल्ली के अलावा अमेरिका के न्यू जर्सी (Robbinsville) में अक्षरधाम मंदिर बना, जो BAPS का तीसरा मंदिर है. यह 183 एकड़ में फैला और आधुनिक युग में भारत के बाहर सबसे बड़ा हिंदू मंदिर माना जाता है.
इस न्यू जर्सी के मंदिर का निर्माण 2011 में शुरू हुआ. इसमें 12,500 कारीगर और वॉलंटियर्स ने काम किया और लगभग 4.7 मिलियन घंटे की मेहनत लगी. 2 मिलियन घन फीट पत्थरों की नक्काशी की गई.
कनाडा के टोरंटो और यूके के लंदन में भी BAPS अक्षरधाम मंदिर बने हैं. टोरंटो का मंदिर भारतीय कला और संस्कृति का केंद्र है, जबकि लंदन का मंदिर यूरोप का पहला पारंपरिक हिंदू मंदिर है.
इन सभी मंदिरों में पारंपरिक वास्तुकला, नक्काशी, सांस्कृतिक प्रदर्शनियां और भक्ति का मिश्रण मिलता है. दिल्ली और गांधीनगर के अलावा न्यू जर्सी, टोरंटो और लंदन में बने ये मंदिर विश्वभर में स्वामीनारायण संप्रदाय का प्रसार कर रहे हैं.