फ्रांस और ब्रिटेन को पछाड़ दुनिया की चौथी फौजी ताकत बना भारत
हेलिकॉप्टर और ट्रांसपोर्ट जहाजों समेत लड़ाकू विमानों की संख्या एक हजार और टैंकों की संख्या तीन हजार है. पाकिस्तान के पास युद्ध पोत नहीं है लेकिन दूसरे प्रकार के समुद्री जहाजों की तादाद 200 है.
पाकिस्तान का रक्षा बजट 7 अरब डॉलर है और सैनिकों की संख्या छह लाख 37 हज़ार है. इसके अलावा तीन लाख रिजर्व सैनिक भी हैं.
भारत में टैंकों की संख्या तकरीबन 4400 है. वहीं युद्ध पोतों की संख्या तीन है.
भारत के पास लड़ाकू जहाज़ों की संख्या दो हज़ार से अधिक है. सक्रिय सैनिकों की संख्या 13 लाख से अधिक है. इसके अलावा 28 लाख रिजर्व सैनिक हैं जो जरूरत पड़ने पर फौज की मदद कर सकते हैं.
अगर देखा जाए तो पाकिस्तान ने पिछले कुछ सालों के मुकाबले 2017 में अपनी ताकत में बढ़ोतरी की है. इसके साथ ही बढ़ती ताकत के साथ ही शीर्ष 15 देशों में जगह बना ली है.
दूसरी तरफ पाकिस्तान को इस सूची में 13 स्थान प्राप्त हैं.
इस सूची के अनुसार 81 लाख की आबादी वाला देश इजरायल 9वें पायदान पर है. उसके पास 650 लड़ाकू विमान और ढाई हजार से अधिक टैंक हैं.
ऐसे में भारत का रक्षा बजट देखें तो करीब 51 अरब डॉलर का हैं.
ग्लोबल फ़ायर पावर के मुताबिक, अमेरीका के पास 13 हजार से अधिक जहाज हैं जिनमें लड़ाकू, परिवहन और हेलिकॉप्टर शामिल हैं. वहीं चीन के पास तीन हज़ार लड़ाकू जहाज़ हैं.
आपको बता दें कि अमेरिका का रक्षा बजट 587 डॉलर रहा जबकि चीन का 161 अरब डॉलर बजट था. चीन की सक्रियता और हथियार इस कदर बढ़ चुकी है कि वह आने वाले कुछ दिनों में दूसरे पायदान पर पहुंच सकता हैं.
दुनिया भर के आधुनिक सशस्त्र बलों और फौजी ताकतों का निष्कर्ष निकालने वाले शोध संस्थान 'ग्लोबल फ़ायर पावर' ने 2017 की फौजी ताकतों के आकड़े दिए है. सूची में आज भी अमेरिका पहले स्थान पर काबिज हैं. वहीं फ्रांस और ब्रिटेन भारत से इस सूची में पिछड़ गए हैं.
इस सूची को कारगार हथियार और उपकरणों के आधार पर तैयार किया गया है. जबकि इसमें परमाणु हथियार को शामिल नहीं किया गया है.
दुनिया की सैन्य ताकत को देखते हुए एक शोध संस्थान ने भारत को दुनिया का चौथा सबसे बड़ा फौजी देश बताया हैं. हथियारों और सशस्त्र बलों के आधार पर भारत, अमेरीका, रूस और चीन के बाद चौथे स्थान पर है.