इन देशों में बैन है बुर्का, जानें क्या है वजह
बुर्के पर बैन फिर्स यूरोपियन देशों में ही नहीं है बल्कि बैन का ये सिलसिला अफ्रीकी देशों में भी जारी है. अफ्रीका के चाड में साल 2017 में बैन लगाया गया है. बीते साल दो आत्मघाती हमलों के बाद चाड की सरकार ने बुर्के पर बैन लगाने का फैसला लिया जो अभी भी बदस्तूर जारी है. हालात ये हैं कि सरकार ने बुर्का बेचने पर भी बैन लगा रखा है.
दुनिया के ताकतवर मुस्लिम देश के रूप में अपनी पहचान कायम रखने वाला देश तुर्की में भी बुर्का बैन था. लेकिन साल 2013 में इस प्रतिबंध को हटा लिया गया. हालांकि ब्लिक ट्रांसपोर्ट, अदालत, सेना और पुलिस में आज भी हिजाब या बुर्का बैन है.
स्पेन ऐसा देश है जहां कभी मुसलमानों की हुकूमत लंबे समय तक रही है, आज वहां साल 2013 से बुर्का बैन है. हालांकि बुर्के को बैन करने का कानून पूरे देश में नहीं बल्कि सिर्फ कैटेलोनिया इलाके में इसे बैन किया गया है.
दुनिया के ताकतवर देशों में शुमार जर्मनी ने भी साल 2017 में बुर्के पर बैन लगा दिया था. हालांकि जर्मनी में आम लोगों के बुर्का पहनने पर बैन नहीं है. केवल सरकारी नौकरियों और सेना में बुर्का को बैन किया गया है. वहीं ड्राइविंग के दौरान चेहरा ढकने की इजाजत नहीं है.
स्विट्जरलैंड की तरह इटली में भी बुर्का पूरे देश में बैन नहीं है लेकिन इटली के मशहूर शहर नोवारा में साल 2010 से बुर्का बैन है. दूसरे देशों से हटकर इटली में बुर्का पहनने पर सजा या किसी तरह के जुर्माने का प्रावधान नहीं किया गया है.
स्विट्जरलैंड की सरकार ने साल 2016 में टेसिन इलाके में बुर्के को बैन करने का कदम उठाया था. साथ ही इस कानून का उल्लंघन करने पर 9200 यूरो तक का फाइन भी दंड के रुप में देना अनिवार्य है.
बेल्जियम और फ्रांस के बाद बुर्के पर बैन लगाने वाला नीदरलैंड तीसरा देश है, जहां बुर्का साल 2015 से बैन है. खास बात ये है कि नीदरलैंड की सरकार ने इसे सार्जवनिक जगहों पर लागू नहीं किया है. इस देश में बुर्का स्कूल, हॉस्पिटल और पब्लिक ट्रांसपोर्ट तक सीमित है.
फ्रांस के नक्शे-कदम पर चलते हुए बेल्जियम ने भी साल 2011 में बुर्के को बैन करने का फैसला लिया था. यहां अगर महिलाएं बुर्का पहन कर सार्वजनिक जगहों पर निकली हैं तो उन्हें दंड के रूप में 7 दिनों की जेल हो सकती है. वहीं जेल से बचने के लिए उन्हें 1300 यूरो का भुगतान भी करना पड़ सकता है.
बुर्के को लेकर कई तरह की अवधारणा है. कुछ इस्लामी विद्वानों का मानना है कि यह कुरान के मुताबिक औरतों का लिबास है. लेकिन कुछ इस्लामी विद्वानों की राय इससे थोड़ा अलग है. इस बीच हम आपको इस गैलरी के जरिए बताने जा रहे हैं कि किन देशों में बुर्का बैन है और क्यों.
बुर्के को बैन करने का पहला कदम भी यूरोपीय यूनियन के देशों में से एक फ्रांस ने उठाया था. साल 2004 में इसकी शुरुआत करते हुए फ्रांस की सरकार ने धार्मिक चिन्हों के इस्तेमाल पर रोक लगा दी थी. आगे चलकर साल 2011 में सरकार ने आम जगहों पर भी बुर्के को बैन करने का फैसला लिया. बता दें की इन देशों में बुर्के के इस्तेमाल पर जुर्माने का भी प्रावधान है.
ईयू यानी यूरोपीय यूनियन के देशों में डेनमार्क बुर्का पर बैन लगाने वाला देश है. दरअसल हाल ही में डेनमार्क ने चेहरे को पूरी तरह ढंकने वाले लिबास पर प्रतिबंध लगाया है. बता दें कि डेनमार्क की संसद ने पिछले महीने ही एक कानून बना कर ऐसा करने का आदेश जारी किया है. यह नया कानून 1 अगस्त से लागू हो जाएगा.
ये रिसर्च के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने एक्सपर्ट की सलाह जरूर ले लें.