जिस लद्दाख में सड़कों पर उतरे हजारों लोग, उसकी ये अनसुनी बातें जानकर हैरान रह जाएंगे आप
तो चलिए लद्दाख की ऐसी ही कुछ बातें जानते हैं. जो आपको हैरान तो करेंगी ही साथ ही ये जानकारी हो सकता है आपके काम भी आ सकती है.
क्या आप जानते हैं कि लद्दाख में भारतीय खगोलीय वेधशाला 4500 मीटर से अधिक की आश्चर्यजनक ऊंचाई पर स्थित है जो एशिया में सबसे बड़ी दूरबीन होने का दावा करती है. ये जगह तारों को देखनेे और फोटोग्राफी के लिए सबसे अच्छी मानी जाती है.
लद्दाख में ऐसी भी जगह है जहां गुरुत्वाकर्षण विफल हो जाता है. बता दें 'मैग्नेटिक हिल' या तथाकथित 'ग्रेविटी हिल' ऐसी पहाड़ी है जहां गुरुत्वाकर्षण नहीं है और यहां हर चीज ऊपर की ओर आ जाती है.
लद्दाख में दुनिया का सबसे ऊंचा पुल स्थित है. जिसका नाम बेली ब्रिज है. यह पुल द्रास और सुरू नदी के बीच 1982 में बनाया गया था. जिसका कारण मूल रूप से युद्ध के दौरान नदियों के माध्यम से जल्दी से सेना को स्थानांतरित करना था.
क्या आपने कभी चंद्रमा पर उतरने के बारे में सोचा है? लद्दाख में आप इस अनुभव को लेह से लगभग 130 किलोमीटर दूर स्थित लामायुरू के खूबसूरत गांव में देख सकते हैं, जो बिल्कुल चंद्रमा की सफेद सतह की नकल करता है. यहां शीर्ष पर एक मनमोहक बौद्ध मठ के साथ ये दृश्य देखकर आप अलग ही महसूस करेंगे.