लोहे पर तो लग जाती है जंग, समुंदर के खारे पानी में सबमरीन और वॉरशिप कैसे रहते हैं सुरक्षित?
सबमरीन और वॉरशिप हमेशा पानी में रहकर दुश्मनों का मुकाबला करती हैं, लेकिन इनको लेकर लोगों के मन में सवाल आता है कि आखिर इतने लंबे वक्त तक खारे पानी में रहने से भी इनमें जंग क्यों नहीं लगती है.
इसको लेकर सीधा जवाब यह है कि जिन मैटिरियल से ये जहाज और सबमरीन बनाए जाते हैं, वो ऐसे होते हैं जो कि लंबे समय तक सुरक्षित रह सकते हैं.
खबरों की मानें तो इन सबमरीन में हाई स्ट्रेंथ वाली मिश्र धातु का इस्तेमाल किया जाता है. वहीं वॉरशिप को बनाने के लिए स्टील व एल्युमिनियम का यूज होता है.
जंग से इनको बचाने के लिए ऊपर से कोटिंग भी की जाती है, ताकि लंबे वक्त तक मजबूती बनी रहे. ये कोटिंग पानी और ऑक्सीजन को से इसको सुरक्षित रखती है.
यही वजह से कि उनमें जंग नहीं लगती है, लेकिन कहीं-कहीं पर अगर जंग लग भी जाती है तो इनकी समय पर जांच की जाती है. जहां कहीं पर शक होता है तो उसकी मरम्मत की जाती है.
इनकी समय पर सफाई करना, डी-स्केलिंग और जंग अवरोधक लगाना शामिल होता है. वहीं मिसाइलों की बात की जाए तो उनमें एल्युमीनियम, स्टील और टाइटेनियम का इस्तेमाल होता है.
समुद्र में इन पनडुब्बियों और जहाजो को सुरक्षित रखने के लिए बहुत ध्यान दिया जाता है. इसमें लगने वाले सामान, कोटिंग और सिक्योरिटी की जांच होती है.