रेलवे ट्रैक पर क्यों लिखा होता है सी/फा? जान लीजिए सही जवाब
लेकिन ट्रेन से सफर करते समय आपने रेलवे ट्रैक के किनारे कई तरह के साइन बोर्ड जरूर देखे होंगे. इनमें से एक बोर्ड, जो सबसे ज्यादा ध्यान खींचता है, वह है पीले रंग का बोर्ड, जिस पर 'सी/फा' या 'W/L' लिखा होता है.
क्या आपने कभी सोचा कि इन बोर्ड्स का मतलब क्या है और इन्हें क्यों लगाया जाता है? चलिए जानते हैं कि रेलवे ट्रैक पर 'सी/फा' क्यों लिखा होता है और इसे लिखने के पीछे क्या कारण है.
'सी/फा' का पूरा मतलब है 'सीटी बजाओ/फाटक'. यह हिंदी में लिखा एक संकेत है, जो ट्रेन के लोको पायलट (ड्राइवर) को यह बताता है कि आगे रेलवे क्रॉसिंग या फाटक है, इसलिए उन्हें ट्रेन का हॉर्न बजाना होगा.
आमतौर पर रेलवे क्रॉसिंग से लगभग 250 से 600 मीटर पहले लगाया जाता है. इसका अंग्रेजी रूप है 'W/L', जिसका मतलब है 'Whistle/Level Crossing'. यानी, यह एक ही संदेश का हिंदी और अंग्रेजी अनुवाद है.
रेलवे ट्रैक पर सी/फा' लिखा बोर्ड लगाने का मुख्य उद्देश्य सुरक्षा है. जब ट्रेन किसी रेलवे क्रॉसिंग या फाटक के पास पहुंचती है, तो वहां लोग, वाहन या जानवर हो सकते हैं. अगर लोको पायलट को पहले से इसकी जानकारी न हो, तो दुर्घटना होने का खतरा रहता है.
'सी/फा' बोर्ड लोको पायलट को सतर्क करता है कि वह हॉर्न बजाए ताकि आसपास के लोग और वाहन चालक सावधान हो जाएं और रेलवे ट्रैक से हट जाएं. हॉर्न की आवाज सुनकर लोग और जानवर ट्रैक से दूर चले जाते हैं, जिससे दुर्घटना की संभावना कम हो जाती है.
आपने गौर किया होगा कि 'सी/फा' और 'W/L' लिखे बोर्ड हमेशा पीले रंग के होते हैं. इसका कारण यह है कि पीला रंग बहुत चटक और आकर्षक होता है. यह दूर से ही आसानी से दिखाई देता है, खासकर दिन के उजाले और रात के अंधेरे में.