दिल्ली के लाल किले में क्यों है लाहौरी गेट? ये है इसके नाम की कहानी
जब पांचवें मुगल बादशाह शाहजहां ने आगरा से अपनी राजधानी को दिल्ली शिफ्ट किया. तब उन्होंने इस किले का निर्माण करवाया था. इसे किला - ए- मुबारक के नाम से भी जाना जाता है.
लाल किले का निर्माण मुगल बादशाह शाहजहां ने साल 1639 में करवाया था. इसे बनने में पूरे 10 साल का समय लगा था.
लाल किले में कुल 6 दरवाजे हैं जिनका नाम दिल्ली दरवाजा, अख़बर दरवाजा, बर्खि दरवाजा, नोबेल दरवाजा, हुमायूं दरवाजा और लाहौर दरवाजा है. लाहौर दरवाजे को लाहौरी गेट भी कहा जाता है.
आप सोच रहे होंगे लाहौर तो पाकिस्तान में है तो फिर लाल किले में लाहौर दरवाजा क्यों है. आज हम आपको इसी सवाल का जवाब बताएंगे कि आखिर लाल किले के अंदर लाहौरी गेट यानी लाहौर दरवाजा क्यों है.
लाल किले में प्रवेश करने के दो मुख्य दरवाजे हैं. जिनमें से एक है दिल्ली गेट तो वहीं दूसरा है. लाहौरी गेट लाल किले की पश्चिमी दीवार पर बना है.
दरअसल इस प्रवेश द्वार को लाहौरी गेट इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान की ओर खुलता है.