Laundry Soap:क्यों कपड़ा धोने वाले साबुन से नहाना खतरनाक, आखिर इसमें कौन सा केमिकल मौजूद
क्या आप जानते हैं कि भारत में मिलने वाला सबसे महंगा नहाने का साबुन कितने रुपये का है. कर्नाटक सोप एंड डिटर्जेट लिमटेड का 150 ग्राम वजन वाला मैसूर सैंडल मिलेनियम सोप संभवत: भारत का सबसे महंगा साबुन है. इसकी कीमत 720 रुपये के लगभग है. जानकारी के मुताबिक दो साल की रिसर्च से बने इस साबुन में हैं चंदन की लकड़ी के शुद्ध तेल के साथ ही पौधों के तेल, कंडीशनर, मॉश्चराइजर, विटामिन ई और जोजोबा-मिमोसा. इसके अलावा भारत में मिलने वाले फ्रांस के एक सोप हर्मस ऑफ की कीमत करीब 1,400 रुपये है.
जानकारी के मुताबिक कपड़े धोने के साबुन से नहाने से कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं पैदा हो सकती हैं. क्योंकि कपड़े धोने वाले साबुन और डिटर्जेंट में सोडियम लौरेल सल्फेट, सल्फर ट्राईऑक्साइड, एथिलीन ऑक्साइड समेत कई केमिकल होते हैं. कपड़े धोने के साबुन और डिटर्जेंट में मौजूद यही केमिकल्स आपकी त्वचा को बहुत नुकसान पहुंचा सकते हैं.
कपड़े धोने के साबुन में फार्मेल्डिहाइड का प्रिजर्वेटिव के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है. बता दें कि डिटर्जेंट ना सिर्फ स्किन को बल्कि फेफड़ों और आंखों को भी नुकसान पहुंचा सकता है. वहीं अगर आप बार-बार इसका इस्तेमाल करते हैं, तो स्किन से जुड़ी बीमारियों जैसे एक्जिमा और आंखों में जलन की समस्या से परेशान हो सकते हैं.
कपड़े धोने के साबुन और डिटर्जेंट में मिला हुआ ब्लीच भी काफी नुकसानदायक होता है. डिटर्जेंट और साबुन में मिला ब्लीच सफेद या हल्के रंग के कपड़ों से दाग छुड़ाता है. लेकिन इससे खुजली और एलर्जी हो सकती है. बता दें कि ब्लीचिंग पाउडर मिले हुए साबुन डिटर्जेंट और लिक्विड से कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस हो सकता है. इससे त्वचा में सूजन भी हो सकती है.
डॉक्टरों के मुताबिक ब्लीच में मौजूद केमिकल्स से त्वचा पर रैशेज, चकत्ते, दाने, छाले जैसी दिक्कतें हो सकती हैं. वहीं कई बार ये समस्या जल्द ठीक नहीं होती और सोरायसिस बन जाती है. कपड़े धोने के साबुन का शरीर पर इस्तेमाल त्वचा की नमी सोख लेता है.