ब्रेड का नाम डबल रोटी क्यों होता है? जानिए क्या है इसके नाम की कहानी
कहा जाता है कि इंडिया में ब्रेड सबसे पहले पुर्तगालियों ने लाया था. उस समय ब्रेड स्लाइस की तरह काट कर नहीं दिया जाता था. तब उसे मोटे चौकोर आकार में नहीं बेचा जाता था.
एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है- कोरा पर किसी ने लिखा कि डबल रोटी इस बात के बाद से सामने आया था, जब अंग्रेजों ने इंडिया में सैंडविच पेश किया था. उस वक्त मूल निवासियों ने उस सैंडविच को ‘डबल रोटी’ कहा था क्योंकि उसमें ब्रेड के दो स्लाइस थे.
उसमें अंदर मांस और सब्जियां भरी हुई थीं. यह बात आज भी देखने को मिलती है. वो अलग बात है कि सैंडविच की वेराइटी अलग-अलग हो गई है. ध्यान देने वाली बात यह है कि रोटी तो हमारा देशज शब्द है और डबल वर्ड अंग्रेजी भाषा से लिया गया है.
वैसे ब्रेड इंडिया के लिए विदेशी रही है. हमारी भारतीय ब्रेड मूल रूप से चपटी होती है, जिसमें अधिकतर चपाती, रोटी, पराठा, नान या पूरी शामिल है. ब्रिटिश काल के दौरान इंडिया में बेक्ड वेस्टर्न ब्रेड काफी लोकप्रिय हुआ करती थी.
अंग्रेजी वेबसाइट न्यूज 18 पर छपी एक खबर के मुताबिक, 3000 ईसा वर्ष पूर्व मिस्र में डबल रोटी की शुरुआत हुई थी. मिस्र के मकबरों में डबलरोटी बनाने के नमूने मिलते हैं. दुनिया के अलग-अलग देशों में डबल रोटी तैयार करने के प्रमाण मिलते हैं. अभी भी कुछ कंट्री में ऐसी रोटी बनती है.