अक्सर रात में ही क्यों रोते हैं कुत्ते, क्या सच में उन्हें आत्माएं दिखती हैं?
बचपन में जब रात के वक्त कुत्ते और बिल्लियों के रोने की आवाज आती थी तो घर के बड़े कहते थे कि लगता है इन्हें कोई आत्मा दिख गई है. खासकर गांवों में ये बात ज्यादा बोली जाती थी. हालांकि, अगर इसके पीछे वैज्ञानिक तर्क ढूंढने जाएंगे तो आपके हाथ खाली ही रहेंगे.
एक्सपर्ट्स का मानना है कि ठंडियों में जानवर खासकर कुत्ते इसलिए रोते हैं क्योंकि उन्हें ठंड लग रही होती है. वहीं कई बार वो दूसरे कुत्तों तक अपनी भाषा में कोई ना कोई संदेश पहुंचा रहे होते हैं.
वहीं कुछ लोगों को मानना है कि दिन के वक्त अगर किसी कुत्ते को चोट लग जाती है तो रात में जैसे ही मौसम ठंडा होता है उनका दर्द बढ़ जाता है, इस वजह से भी वो रोते हैं.
भूख भी कुत्तों के रोने की एक वजह हो सकती है. दरअसल, सर्दियों में रात लंबी होती है, ऐसे में अंधेरा होने के बाद जब कुत्तों को कुछ खाने को नहीं मिलता तो रात में वो भूख के मारे रोने लगते हैं.
परिवार से बिछड़ना भी कुत्तों के रोने की एक वजह होती है. दरअसल, कुत्त परिवार में रहने वाले जीव हैं, जब वो अपने गुट से बिछड़ जाते हैं या कोई पालतू कुत्ता अपने मालिक या परिवार से बिछड़ जाता है तो वो रात में रोना शुरू कर देता है.
कुछ एक्सपर्ट्स मानते हैं कि उम्र बढ़ने की वजह से कुत्तों के अंदर डर पैदा होने लगता है. ऐसे में जब वो रात में अकेले होते हैं और उन्हें अकेलापन महसूस होता है तो वो रोने लगते हैं.