ऑडी कार के लोगो में क्यों होता है चार छल्ला, क्या है इसके पीछे की वजह
ऑडी कार के लोगो में 4 रिंग दिखते हैं. कार बाजार में रिंग के कारण ही ऑडी कार की पहचान होती है. खासकर लग्जरी गाड़ियों में ये रिंग आम लोगों को दूर से आकर्षित करती है.
29 जून 1932 को Auto Union AG बनाने के लिए स्टेट बैंक ऑफ सैक्सोनी की पहल पर ऑडीवेर्के, होर्चवेर्के और जस्चोपाउर मोटरेनवेर्के जे.एस. रासमुसेन एजी (डीकेडब्ल्यू) कंपनी का विलय हुआ था.
विलय के बाद ऑटो यूनियन एजी जर्मनी में दूसरी सबसे बड़ी मोटर वाहन निर्माता थी. कंपनी के प्रतीक में चार इंटरलॉकिंग रिंग शामिल थे, इसका उद्देश्य चार संस्थापक कंपनियों में एकता दिखाना था.
लेकिन द्वितीय विश्व युद्ध के बाद ऑटो यूनियन ने कारों, मोटरसाइकिलों और वैन का उत्पादन किया, लेकिन 1950 के दशक के मध्य में इसे वित्तीय और श्रम समस्याओं का सामना करना पड़ा था.
इसके बाद ऑटो यूनियन को 1958 में डेमलर-बेंज द्वारा खरीदा गया था और 1964 में वोक्सवैगन को बेच दिया गया था.
वोक्सवैगन के अधिग्रहण के तुरंत बाद ऑटो यूनियन ने ऑडी नाम से कारों की बिक्री शुरू कर दी थी, इसके बाद 1969 में इसने एक अन्य कार निर्माता एनएसयू का अधिग्रहण कर लिया था. कंपनी तब ऑडी एनएसयू ऑटो यूनियन एजी बन गई थी.
इसके बाद वोक्सवैगन ग्रुप ने अपनी इस प्रीमियम कार निर्माता को ऑडी का नाम देते हुए कार का लोगो भी काफी सरल कर दिया था. अब ऑडी कार के लोगो में केवल 4 चमकदार छल्ले नजर आते हैं.