फ्लाइट में क्यों नहीं बंद होता है एसी, फ्लाइट का तापमान कौन करता है कंट्रोल
फ्लाइट में सफर करने वाले यात्रियों की संख्या बढ़ रही है. इसका कारण ये है कि लंबी दूरी की यात्रा जो सड़क मार्ग और रेल मार्ग से कई घंटों में होती है. हवाई जहाज वो सफर सिर्फ कुछ घंटों में पूरी होती है.
हवाई जहाज में सफर करने वाले अधिकांश लोग हवाई जहाज के तकनीकी कारणों के बारे में नहीं जानते होंगे. उदाहरण के लिए फ्लाइट लैंडिग के समय फ्लाइट में फ्यूल कम क्यों होता है.
हवाई जहाज में सफर करने के दौरान आपने महसूस किया होगा कि फ्लाइट में एसी हमेशा ऑन रहता है. इसके अलावा यात्रियों के सीट के पास भी एसी धीरे और तेज करने का ऑप्शन होता है.
फ्लाइट में यात्रियों के सीट के अलावा भी कई ऐसे पॉइंट होते हैं, जहां से एसी की हवा लगातार सफर के दौरान फ्लाइट में आता है. लेकिन यात्रियों को ये नहीं पता होता है कि आखिर क्यों सफर के दौरान हमेशा एसी ऑन रहता है.
एक रिपोर्ट के मुताबिक हवाई जहाज का तापमान पायलट कंट्रोल करते हैं. वो ये तय करते हैं कि केबिन का टेम्परेचर चिलिंग यानी सामान्य से ज्यादा ठंडा रहना चाहिए.
जानकारी के मुताबित इसके पीछे कारण ये होता है कि प्लेन में अगर कोई यात्री बेहोश होता है या फिर उसे मोशन सिकनेस से उल्टी आने की दिक्कत होती है, तो उसे रोका जा सके. क्योंकि तापमान कम होने से इस तरह की समस्याएं कम हो जाती हैं.