कानपुर की ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में कौन-कौन सी पिस्टल बनती हैं, जानिए किसकी कितनी है कीमत?
कानपुर की स्मॉल आर्म्स फैक्ट्री रक्षा मंत्रालय की प्रमुथ हथियार उत्पादन की इकाई है. इसे सन 1942 में कानपुर में स्थापित किया गया था. इसकी देखभाल ऑर्डिनेंस फैक्ट्रीज कोलकाता के डायरेक्टर जनरल करते हैं.
शुरुआत में इसका नाम ट्रांसप्लांटेशन प्रोजेक्ट-1 रखा गया था, उस वक्त इसे रॉयल एयर फोर्स के एयरो इंजन की मरम्मत का काम दिया गया था.
1949 में इसका नाम बदलकर SAF कर दिया गया था और इसका प्रमुख उत्पाद 0.303 ब्रेन गन था. बाद में 1964 में 7.62 मिमी लाइट मशीन गन में बदल दिया था.
पिछले कई दशकों में इस ऑर्डिनेंस फैक्ट्री ने FN बेल्डियम के साथ मिलकर 9mm कार्बाइन, 51mm मोर्टार और MAG 7.62mm मशीन गन जैसे बेहतरीन हथियार बनाए हैं.
1996 में SAF ने INSAS फैमिली के हथियारों के साथ अपने प्रोडक्शन को आधुनिक बनाया आतंकवादियों से सुरक्षा के लिए असॉल्ट राइफल और कार्बाइन जैसे छोटे हथियारों का निर्माण करती है.
अनमोल रिवॉल्वर जैसे प्रोडक्ट के साथ भी यह कंपनी सिविलियन मार्केट के लिए काम करती है. इस कंपनी ने यूरोपीय बाजार में धाक जमा ली है.
कानपुर में बनी ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में बनी पिस्टल की कीमत 2000 से शुरू होकर लाखों में जाती है. वहीं जो बंदूकें बाहर जाती हैं उनकी कीमत तो और बढ़ जाती है.