Lowest Place on Earth: धरती की सबसे नीची जगह कौन सी है, जानें कितनी है इसकी गहराई?
इजराइल, जॉर्डन और फिलिस्तीनी क्षेत्र के बीच जॉर्डन रिफ्ट घाटी में बसा मृत सागर (डेड सी) पृथ्वी की भूमि की सतह पर सबसे निचले बिंदु के रूप में पहचाना जाता है. इसकी सतह समुद्र तल से लगभग 439.78 मीटर नीचे है. यह एक खारी झील है ना की कोई समुद्र. इसकी उच्च लवणता जो की 34% से ज्यादा है इसे इतना घना बनाती है कि लोग बिना किसी प्रयास के भी में तैर सकते हैं.
मृत सागर की सबसे खास विशेषता इसकी अत्यधिक लवण सांद्रता है. आपको बता दे कि यह सामान्य समुद्री जल से लगभग 10 गुना ज्यादा खारा रहा है. ऐसा इसलिए क्योंकि पानी जॉर्डन नदी के जरिए से अंदर तो आता है लेकिन बाहर नहीं निकल पाता. इसके बजाय यह है वाष्पित हो जाता है और अपने पीछे खनिज और नमक छोड़ जाता है.
आपको बता दें कि मृत सागर खतरनाक दर से सिकुड़ रहा है. इसका जल स्तर हर साल लगभग 1 मीटर कम हो रहा है जिसकी मुख्य वजह जॉर्डन नदी से पानी का मोड और मानवीय गतिविधियां हैं.
जैसे मृत सागर जमीन पर सबसे निचला स्थल है इसी तरह पश्चिमी प्रशांत महासागर में मरियाना ट्रेंच के दक्षिणी छोर पर बसा चैलेंजर डीप ग्रह पर सबसे निचले बिंदु के रूप में पहचाना जाता है. यह समुद्र तल से लगभग 10935 मीटर नीचे है. आपको बता दें कि यह खाई माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई से भी गहरी है.
चैलेंजर डीप की अत्यधिक गहराई एक टेक्टोनिक घटना की वजह से होती है जिसे सबडक्शन कहा जाता है. इसमें एक टेक्टोनिक प्लेट दूसरी के नीचे खिसकती है. इस स्थिति में प्रशांत प्लेट मारियाना प्लेट के नीचे धकेली जा रही है जिस वजह से गहरी खाई बन रही है.
चैलेंजर डीप का वातावरण पृथ्वी पर किसी भी और जगह से अलग है. सतह से लगभग 12 मीटर नीचे पानी का दबाव समुद्र तल के दबाव से 1000 गुना ज्यादा होता है. यानी कि लगभग 15750 पाउंड प्रति वर्ग इंच. यहां का तापमान 1-4 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहता है और सूर्य का प्रकाश तो यहां कभी पहुंची नहीं पाता.