किन देशों में लेफ्ट हैंड ड्राइव और कहां राइट हैंड ड्राइव, यह कैसे होता है तय?
लेफ्ट साइड ड्राइविंग का इतिहास पुराने समय में लोग घोड़े और बैलगाड़ी से यात्रा करते थे. ज्यादातर लोग राइट-हैंडेड थे. इसलिए सड़क की लेफ्ट ओर चलना आसान और सुरक्षित था. इससे वे अपने सीधे हाथ से हथियार पकड़ सकते थे और खुद का बचाव कर सकते थे.
राइट साइड ड्राइविंग फ्रांस में 1792 में राइट साइड ड्राइविंग शुरू हुई. इसका मुख्य कारण था कि लोग अपने दायें हाथ से चाबुक और हथियार आसानी से चला सके. बाद में यूरोप और अमेरिका में यह चलन बढ़ गया.
ड्राइवर सीट जहां गाड़ी लेफ्ट ओर चलती है, वहाँ ड्राइवर की सीट राइट ओर होती है. ऐसा इसलिए कि ड्राइवर सामने से आने वाली गाड़ियों को अच्छे से देख सके.वहीं, राइट साइड ड्राइविंग वाले देशों में ड्राइवर की सीट लेफ्ट ओर होती है.
लगभग 35 प्रतिशत आबादी ऐसे देशों में रहती है जहां गाड़ी लेफ्ट साइड चलती है. इनमें यूनाइटेड किंगडम, आयरलैंड, साइप्रस, माल्टा, भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, जापान, दक्षिण अफ्रीका, केन्या, जिंबाब्वे, बारबाडोस, जमैका, सेंट लूसिया, दक्षिण अमेरिका के गुयाना, सूरीनाम शामिल हैं.
दुनिया के कई देशों में गाड़ी राइट साइड चलती है. इनमें उत्तर अमेरिका, कनाडा, फ्रांस, स्पेन, इटली, जर्मनी, चीन, रूस और दक्षिण अमेरिका कई देश शामिल हैं.
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) और अन्य रिसर्च के अनुसार, राइट साइड ड्राइविंग वाले देशों में सड़क हादसों की संख्या कम है. एक रिसर्च में पाया गया कि राइट साइड ड्राइविंग से ट्रैफिक दुर्घटनाओं में 40 प्रतिशत तक कमी आती है.