बम की खबर मिलते ही सबसे पहले किस कमांडो फोर्स को बुलाया जाता है? ये रहा जवाब
कहीं पर भी बम की खबर मिलने पर लोगों में हड़बड़ाहट होने लगती है और पुलिस को इसकी खबर की जाती है. इसके बाद सबसे पहले उस जगह पर राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड यानि एनएसजी कमांडो को बुलाया जाता है.
इनको ब्लैक कैट कमांडोज भी कहा जाता है. एनएसजी एक विशेष बल होता है, जो कि आतंकवाद विरोधी अभियानों, बंधक संकटों और वीआईपी सुरक्षा में भी अहम भूमिका निभाता है.
एनएसजी भारत का अहम कमांडो फोर्स है, जो कि खासतौर से आतंकवाद विरोधी अभियान के लिए बनाया गया है और उनसे देश की रक्षा करता है.
जब बम का पता चलता है तो एनएसजी को सबसे पहले बुलाते हैं और क्योंकि वे बम निरोधक और खोज अभियानों में विशेषज्ञ होते हैं.
इसके अलावा मार्कोस और पैरा मिलिट्री फोर्स भी सेना में अहम भूमिका निभाते हैं, लेकिन जब बम की बात होती है तो सबसे पहले एनएसजी को ही कॉल किया जाता है.
एनएसजी देश की सबसे अहम कमांडो फोर्स होती है, जो कि गृह मंत्रालय के अधीन काम करती है. तीनों सेनाओं, पुलिस और पैरामिलिट्री में सबसे अच्छे जवानों को एनएसजी में चुना जाता है.
वीआईपी सुरक्षा, बम निरोधक और एंटी हाइजैकिंग के लिए इनको खासतौर पर चुना जाता है और ये बहुत फुर्तीले होते हैं.