भारत के किस शहर में सबसे ज्यादा रहे मुगल, आखिर क्यों रास आया यह शहर?
मुगलों के द्वारा चुना गया वह खास शहर आगरा था. आगरा को मुगल शासकों ने अपने साम्राज्य के केंद्र के रूप में खास तौर से अकबर के शासनकाल में 1556-1605 में चुना था. बाबर ने शुरू में आगरा को अपनी राजधानी बनाया था.
आगरा उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में स्थित था. यह यमुना नदी के किनारे की तरफ स्थित था और इसलिए यह सैन्य व व्यापारिक दोनों दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण था.
आगरा दिल्ला, मथुरा और ग्वालियर जैसे शहरों से पूरी तरह से जुड़ा हुआ था. क्योंकि यमुना नदी से पानी की आपूर्ति खेती के लिहाज से एकदम परफेक्ट थी.
इतिहासकारों का मानना है कि मुगलों के द्वारा आगरा को अपने साम्राज्य का केंद्र बनाए जाने के पीछे कई एतिहासिक, रणनीतिक और भौगोलिक कारण थे.
इतिहासकार मानते हैं कि आगरा की स्थिति उत्तर भारत के दोआब में होने के वजह से सैन्य और प्रशासनिक नियंत्रण के लिए आदर्श जगह थी. यमुना नदी की वजह से इसे प्राकृतिक सुरक्षा और जल संसाधन मिला था.
मुगलों ने पहले सिकंदर लोदी ने 1504 में आगरा को अपनी राजधानी बनाया था, इस वजह से यह पहले से ही सैन्य और प्रशासनिक केंद्र के रूप में विकसित हो चुका था. बाद में बाबर ने इसे और मजबूत किया था.
आगरा प्रमुख व्यापार मार्गों पर स्थित था, जो कि मुगलों को आर्थिक रूप से मजबूती देता था. इसके अलावा वहां पर सैन्य अभियानों को आसानी से संचालित किया जा सकता था.