Drinking Water On Ship: समुद्र का पानी खारा है तो शिप पर कौन-सा पानी पीते हैं लोग? जानें जल शुद्ध करने की प्रक्रिया
रिवर्स ऑस्मोसिस समुद्री जल को साफ और शुद्ध करने का एक तरीका है. इस प्रक्रिया में समुद्री जल को एक खास झिल्ली से उच्च दबाव में गुजारा जाता है. यह झिल्ली सिर्फ जल के अणुओं को गुजरने देती है और नमक और बाकी अशुद्धियों को रोक देती है.
आसवन समुद्री जल को पीने योग्य जल में बदलने का एक तरीका है. इसमें समुद्री जल को तब तक गर्म किया जाता है तब तक वह वाष्प में ना बदल जाए. इससे नमक और अशुद्धियां पीछे रह जाती हैं. इसके बाद वाष्प को ठंडा करके तरल रूप में वापस से बदला जाता है, जिससे शुद्ध और ताजा पानी बनता है.
सौर आसवन पानी को शुद्ध करने का एक और प्राकृतिक तरीका है. इसमें सूरज का प्रकाश समुद्री जल को गर्म करता है जिससे वह वाष्पित हो जाता है. इसके बाद वाष्प मीठे पानी के रूप में इकट्ठा होती रहती है. आरओ या फिर मैकेनिकल आसवन की तुलना में यह प्रक्रिया थोड़ी धीमी है लेकिन आपातकालीन स्थितियों में काफी फायदेमंद होती है.
आरओ या आसवन से पहले समुद्री जल को रेत और गंदगी जैसे बड़े कणों को हटाने के लिए पूर्व फिल्टर किया जाता है. इससे मशीनों को कोई भी परेशानी नहीं पहुंचती.
पूर्व फिल्टर के बाद समुद्री जल शुद्धिकरण प्रक्रिया से गुजरता है. इस प्रक्रिया में नमक और हानिकारक अशुद्धियां निकल जाती हैं और समुद्री जल पीने योग्य पानी में बदल जाता है.
समुद्री जल को पीने योग्य बनाने के लिए आखिरी चरण कीटाणु शोधन है. सूक्ष्म जीवों और बैक्टीरिया को करने के लिए यूवी लाइट या क्लोरीनीकरण प्रकिया का इस्तेमाल किया जाता है.