क्या है बुखार का साइंस और क्यों होता है ये? जान लीजिए वजह
बुखार शरीर का एक सुरक्षा तंत्र है. जब शरीर में कोई संक्रमण होता है, जैसे कि बैक्टीरिया, वायरस या फंगस, तो प्रतिरक्षा तंत्र सक्रिय हो जाता है. प्रतिरक्षा तंत्र शरीर में रोगाणुओं से लड़ने के लिए अलग-अलग प्रकार की कोशिकाएं और रसायन छोड़ता है.
इन रसायनों में से कुछ को पाइरोजन कहा जाता है. पाइरोजन मस्तिष्क में एक क्षेत्र को उत्तेजित करते हैं जो शरीर के तापमान को नियंत्रित करता है. इस उत्तेजना के कारण शरीर का तापमान बढ़ जाता है और बुखार हो जाता है.
बुखार होने के कई कारण हो सकते हैं, जिसमें संक्रमण, दवाएं, कैंसर, ऑटोइम्यून रोग शामिल हैं. ऑटोइम्यून रोगों में शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली स्वयं के ऊतकों पर हमला करती है, जिससे बुखार हो सकता है.
हालांकि आपको जानकर हैरानी होगी कि बुखार होने के फायदे भी होते हैं. उच्च तापमान पर कई रोगाणुओं की वृद्धि धीमी हो जाती है. इसके अलावा बुखार प्रतिरक्षा प्रणाली को सक्रिय करता है और इसे ज्यादा प्रभावी ढंग से काम करने में मदद करता है.
बुखार शरीर के तापमान को बढ़ाकर पसीने को प्रेरित करता है, जिसके माध्यम से रोगाणु शरीर से बाहर निकल जाते हैं. बुखार का उपचार इसके कारण पर निर्भर करता है.
यदि बुखार संक्रमण के कारण है, तो डॉक्टर एंटीबायोटिक्स या एंटीवायरल दवाएं लिख सकते हैं. इसके अलावा, बुखार को कम करने के लिए कुछ घरेलू उपाय भी किए जा सकते हैं.