शैंपेन और वाइन में क्या होता है अंतर? कितने भी शौकीन हों, पर नहीं जानते होंगे यह बात
शराब कोई भी हो वह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होती है. अक्सर लोग शैंपेन और वाइन को लेकर कन्फ्यूज हो जाते हैं. ऐसे में सवाल तो यह उठता ही है कि आखिर इन दोनों में क्या अंतर होता है.
वाइन एक्सपर्ट्स की मानें तो शैंपेन एक तरह से वाइन ही होती है, लेकिन हर शैंपेन वाइन नहीं होती है और दोनों के बीच में बड़ा अंतर होता है.
स्पार्कलिंग वाइन और शैंपेन के बीच सबसे बड़ा तो यह अंतर है कि इसे शैंपेन तभी माना जाएगा, जब यह फ्रांस के शहर शैंपेन में बनी होगी. अगर कभी भी कोई शैंपेन खरीदता है तो उस पर यह जरूर लिखा होता है कि वह फ्रांस के इस शहर में बनी है.
इसी शहर में बनी वाइन को शैंपेन कहा जाता है. इसके लिए स्पार्कलिंग वाइन शब्द का इस्तेमाल किया जाता है. आमतौर पर इसे वाइन शब्द ही नाम दिया जाता है.
वाइन और शैंपेन दोनों को बनाने के लिए अंगूर का इस्तेमाल किया जाता है. शैंपेन में उन अंगूर का इस्तेमाल होता है, जो कि फ्रांस के शहर शैंपेन में उगाए जाते हैं.
वाइन में जिन अंगूरों का इस्तेमाल किया जाता है, वे दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से मंगाए जाते हैं, लेकिन वे अंगूर शैंपेन शहर से नहीं मंगाए जाते हैं. शैंपेन को बनाने के लिए फर्मेंटेशन की प्रक्रिया के गुजारा जाता है.
इसके बाद यही प्रक्रिया बोतल में दोहराई जाती है. तब इसे 15 महीने तक स्टोर किया जाता है और इसमें खास चीजें मिलाई जाती हैं. वहीं वाइन की बात की जाए तो इसे तीन बार स्टोर किया जाता है. इसके बाद ठंडा किया जाता है और फिर यीस्ट व शुगर मिलाई जाती है.