झील और झरने में क्या होता है अंतर? जान लीजिए आज
दरअसल झील एक स्थिर जल निकाय है, जो सामान्यत: भूमि के एक अवसादित क्षेत्र में स्थित होता है और इसके चारों ओर भूमि से घिरा होता है. झीलों का जल आमतौर पर स्थिर होता है और इनमें जल का आदान-प्रदान सीमित होता है.
झीलें प्राकृतिक या कृत्रिम हो सकती हैं. प्राकृतिक झीलें ग्लेशियर, टेक्टोनिक गतिविधियां या नदी द्वारा कटाव के चलते बनती हैं. कृत्रिम झीलें आमजन की गतिविधियों के कारण बनती हैं.
वहीं झरना एक प्राकृतिक जल प्रवाह है, जहां नदी का पानी एक ऊंचाई से गिरता है, और इसे अक्सर एक ऊंचाई से बहता हुआ पानी कहा जाता है. झरने आमतौर पर ऊंचाई वाले क्षेत्रों में पाए जाते हैं.
झरने तब बनते हैं जब नदी का जल एक ऊंचाई से गिरता है, जो कि कंकरीली या चट्टानी सतह पर होता है. यह ऊंचाई का अंतर नदी के बहाव को प्रभावित करता है, जिससे झरना बनता है.
झीलें और झरने दोनों ही जरुरी हैं, हालांकि इनके बनने का तरीका अलग-अलग है.