न पीला, न नारंगी, अंतरिक्ष से इस रंग का दिखता है सूरज, पढ़िए रोचक तथ्य
आमतौर पर पृथ्वी से सूर्य हमें पीला या सुनहरा या कभी-कभी लाल भी दिखाई देता है, लेकिन अंतरिक्ष से देखने पर इसका रंग सफेद दिखाई देता है. असल में पृथ्वी पर वायुमंडल है और सूर्य का प्रकाश वायुमंडल की कई परतों से होकर गुजरता है. इसीलिए बिखरने वाले प्रभाव के कारण यह हमें कभी पीला तो कभी लाल केसर सा दिखाई देता है. अंतरिक्ष में कोई वायुमंडल नहीं है, इसलिए वहां से सूर्य सफेद रंग का दिखता है.
कई साइंस फिक्शन या स्पेस मूवीज में आपने देखा होगा कि जब दो जहाज आपस में लड़ते हैं तो बहुत तेज आवाज होती है. लेकिन, अंतरिक्ष में आवाजों को सुनना संभव नहीं है. क्योंकि ध्वनि को चलने के लिए माध्यम की आवश्यकता होती है. अंतरिक्ष में कोई गैस या हवा मौजूद नहीं है, इसलिए जब यहां कोई चीज टकराती है तो आवाज नहीं होती है.
सूरज अग्नि का गोला है और बुध ग्रह इसके सबसे निकट है, इसलिए यह सबसे गर्म ग्रह है. यह बात हमारे कॉमन सेंस में आसानी से आ जाती है और हम इस पर विश्वास करते हैं. लेकिन, वास्तव में किसी भी ग्रह का तापमान सूर्य से उसकी निकटता या दूरी से अधिक प्रभावित नहीं होता है. यह ग्रह पर उपस्थित गैस के कम या ज्यादा गर्म होने पर निर्भर करता है. इसलिए शुक्र, बुध से अधिक गर्म है क्योंकि वहां कार्बन डाइऑक्साइड गैस की मात्रा अधिक है.
अगर आपको भी लगता है कि चंद्रमा एक दिन में पृथ्वी की परिक्रमा करता है, तो यह गलत है, चंद्रमा को पृथ्वी की एक परिक्रमा पूरी करने में लगभग 27 दिन लगते हैं. यही वजह है कि हर दिन इसका आकार को बदलते हुए दिखता है.
ग्रेट वॉल ऑफ चाइना को लेकर अक्सर कहा जाता है कि दुनिया की यह सबसे लंबी दीवार अंतरिक्ष से भी दिखाई देती है. लेकिन ऐसा नहीं है. वास्तव में तो अंतरिक्ष से पृथ्वी पर कुछ भी स्पष्ट रूप से दिखाई नहीं देता है.