क्या है दुनिया की सबसे ठंडी चीज, हाथ लगाने से भी घबराते हैं लोग?
जानकारी के मुताबिक लिक्विड नाइट्रोजन को ठंडा पदार्थ माना जाता है. बता दें कि हमारे वायुमंडल में भरपूर मात्रा में नाइट्रोजन मौजूद है. वहीं पृथ्वी का लगभग आठवां हिस्सा नाइट्रोजन गैस से बना है. ये एक रंगहीन और स्वादहीन गैस है.
बता दें कि नाइट्रोजन का केमिस्ट्री में सिंबल N2 है. वहीं जब नाइट्रोजन का तापमान -195.8 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला जाता है, तब ये तरल रूप या लिक्विड में कन्वर्ट हो जाता है.
जब हमारी पृथ्वी पर ऐसी कोई जगह ही नहीं है, जहां का तापमान इतना कम है, तो नाइट्रोजन हमेशा ठोस रूप में ही मिलता है. इसीलिए इसको आर्टिफिशियल तरीके से लिक्विड में कन्वर्ट किया जाता है.
वहीं ड्राई आइस यानी सूखी बर्फ एक तरह से कार्बन डाई ऑक्साइड का ठोस रूप होता है. इसकी खास बात ये है कि ये बहुत ठंडी होती है. बता दें कि घर वाली नॉर्मल बर्फ का तापमान माइनस 2-3 डिग्री सेल्सियस होता है, लेकिन ड्राई आइस की सतह का तापमान माइनस 80 डिग्री तक होता है. हालांकि ये सामान्य बर्फ की तरह गीली नहीं होती है. इसे छूने से मना किया जाता है.
जानकारी के मुताबिक तरल नाइट्रोजन सूखी बर्फ की तुलना में बहुत ठंडा होता है. आमतौर पर इसका तापमान -346°F और -320.44°F के बीच होता है, जो किसी व्यक्ति को झेलना बहुत मुश्किल होता है. ऐसे में ये ड्राई आइस से ज्यादा खतरनाक बन जाता है.