ट्रेन से ही जुड़ा होता है वंदे भारत एक्सप्रेस का इंजन... जानिए इस ट्रेन की वो बातें जो बनाती हैं इसे खास
सामान रखने के लिए इस ट्रेन के हर कोच में मॉड्यूलर रैक दी गई हैं, जो काफी बड़ी भी है. ट्रेन के कोच की हर सीट पर सॉकेट उपलब्ध है, जिसकी मदद से आप अपना फोन या लैपटॉप चार्ज भी कर सकते हैं. विकलांगों को किसी भी तरह की दिक्कत न हो, इसके लिए ट्रेन के कुछ डिब्बों में व्हील चेयर को पार्क करने के लिए अलग से जगह उपलब्ध है.
ये भारत की पहली इंजन रहित ट्रेन है. मेट्रो या बुलेट ट्रेन में भी इसी तरह इंजन ट्रेन से ही जुड़ा होता है. इससे पहले तक ट्रेन में इंजन अलग से जोड़ा जाता था. यह भी एक कारण है जिस वजह से ये ट्रेन शताब्दी से भी ज्यादा तेज चलती है.
वंदे भारत ट्रेन में आपको इंडियन और वेस्टर्न दोनों तरह के टॉयलेट दिख जाएंगे. यात्रा के दौरान सैनिटाईजेशन की समस्या को देखते हुए इसमें बायो-वैक्यूम टॉयलेट की सुविधा दी गई है. साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखते हुए ट्रेन में टच फ्री बाथरूम फिटिंग की भी फैसिलिटी है.
वंदे भारत ट्रेन में वाई-फाई की सुविधा भी उपलब्ध है. यात्री अपने मोबाइल या टैबलेट पर भी वाई-फाई की सुविधा से अपना मनोरंजन कर सकते हैं. भारत की यह पहली ट्रेन है जो यात्रियों को इस तरह की सुविधा देती है.
यात्रा के दौरान खाना मिलता है, जो टिकट की कीमत में ही शामिल है. नई दिल्ली से बनारस की यात्रा में आपको ट्रेन में ही नाश्ता और दोपहर का भोजन सर्व कर दिया जाएगा और अगर आप वाराणसी से नई दिल्ली जा रहे हैं तो ट्रेन में आपको चाय नाश्ता और रात का खाना दिया जाएगा.