ये हैं दुनिया के पांच सबसे बड़े हाईजैक, जब आतंकियों ने एक साथ की सैकड़ों लोगों की हत्या
सबसे खतरनाक हाईजैक की बात करें तो 9/11 का अटैक इतिहास का सबसे भयावह हाईजैक हमला माना जाता है. इस दौरान आतंकियों ने प्लेन को हाईजैक करके सितंबर 2011 में अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर को निशाना बनाया था.
इस दौरान आतंकवादियों ने अमेरिकन एयरलाइंस की फ्लाइट 11 और 77 और यूनाइटेड एयरलाइंस की फ्लाइट 175 और 93 को हाईजैक किया था. इसके बाद दोनों फ्लाइट्स को वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के ट्विन टावर्स से टकरा दिया था. इस हमले में 3000 से ज्यादा मौतें हुई थीं.
जून 1985 में एयर इंडिया की 182 कनिष्क फ्लाइट हाईजैक कर ली गई थी, इस दौरान ये अटलांटिक महासागर के ऊपर उड़ान भर रही थी. आतंकियों ने प्लेन में चुपके से बम रखा था और इसे हवा में ही क्रैश करा दिया था. इस दौरान 329 लोगों की मौत हुई थी.
आईसी 814 कंधार हाईजैक को भी दुनिया के बड़े प्लेन हाईजैक में गिना जाता है. ये 24 दिसंबर 1999 को हुआ था. इस दौरान आतंकी पहले विमान को पाकिस्तान लेकर गए, इसके बाद वहां से ईंधन भरवाकर इसे दुबई ले जाया गया और फिर वहां से कंधार ले जाया गया.
अपहरणकर्ताओं की मांग थी भारत में बंद 35 आतंकियों को रिहा किया जाए, जिसमें मौलाना मसूद अजहर भी शामिल था.
14 जून 1985 की सुबह एथेंस से रोम जा रहे ट्रांस वर्ल्ड एयरलाइंस के विमान 847 का अपहरण हुआ था. ये बंधक 17 दिनों तक चला था. इस दौरान प्लेन दो बार बेरूत, दो बार अल्जीयर्स और एक बार फिर बेरूत में उतारा गया था.
1996 में इथियोपिया एयरलाइंट की फ्लाइट 961 का तीन इथियोपियाई ने अपहरण कर लिया था. ये हाईजैकर्स ऑस्ट्रेलिया में राजनीतिक शरण चाहते थे. इस दौरान विमान में ईंधन कम था तो कैप्टन ने फ्लाइट को कोमोरोस द्वीप की ओर मोड़ दिया था, लेकिन वहां तक न पहुंच पाने के कारण विमान उथले पानी में क्रैश हो गया. इस दौरान 172 में से 122 लोगों की मौत हो गई थी. इसमें क्रू मेंबर्स भी शामिल थे.