अंतरिक्ष में सबसे दूर मौजूद है ये तारा...जानिए क्या है नाम
हम जिस तारे की बात कर रहे हैं वो है Earendel. ये तारा अब तक खोजे गए सभी तारों में सबसे दूर स्थित है. इसे नासा की जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप ने खोजा है. वैज्ञानिकों का कहना है कि इससे स्पेस के बारे में कई अहम जानकारियां हासिल होंगी.
इस तारे को वैज्ञानिक सुबह का तारा या उगती हुई रौशनी कहते हैं. इस तारे का नाम भी इसी के आधार पर एरेनडेल रखा गया है. यह एंग्ले-सैक्सोन भाषा से लिया गया शब्द है.
आपको बता दें ये तारा जिस आकाशगंगा में मौजूद है उसे सनराइज आर्क कहा जाता है. ये हमारी आकाशगंगा से बहुत दूर है. ये इतनी दूर है कि वहां तक इंसानों को पहुंचने में पृथ्वी की कई पीढ़ियां बीत जाएंगीं.
इस तारे को खोजने के बाद वैज्ञानिक मान रहे हैं कि ब्रह्मांड फैल रहा है. यही वजह है कि धरती पर इस तारे के प्रकाश को पहुंचने में 1280 करोड़ साल लगे. फिलहाल इस तारे पर स्टडी चल रही है और ये समझने का प्रयास किया जा रहा है कि इसका आकार और व्यवहार कैसे बदलता है.
इस तारे के बारे में कहा जाता है कि ये जिस गैलेक्सी में है वहां कई और ऐसे तारे मौजूद हैं जिनका जन्म, आकार और व्यवहार हमारे ब्रह्मांड के रहस्यों को सुलझाने में मदद कर सकता है. हालांकि, फिलहाल ऐसी कोई टेक्नोलॉजी हमारे पास नहीं है जो इतनी दूर तक सफर कर सके.