Most Secure Browsers: दुनिया का सबसे सिक्योर ब्राउजर कौन-सा, किस नंबर पर आता है भारत का जोहो?
गूगल क्रोम अपने विशाल यूजर बेस के साथ मार्केट में सबसे आगे है. इसके सिक्योरिटी फीचर्स में ट्रैकिंग को रोकना, खतरनाक साइटों को ब्लॉक करना और असुरक्षित डाउनलोड के लिए चेतावनी देना शामिल है. यह ब्राउज़र इनकॉग्निटो मॉड के साथ-साथ कस्टम प्राइवेसी सैटिंग्स की सुविधा भी देता है.
एप्पल डिवाइस को इस्तेमाल करने वाले उपयोगकर्ताओं के लिए सफारी सबसे सुरक्षित विकल्प है. सफारी गोपनीयता पर काफी जोर देता है और साथ ही विज्ञापन ट्रैकिंग और कुकी ब्लॉकिंग को सीमित करने के लिए इंटेलिजेंट ट्रैकिंग प्रीवेंशन की सुविधा देता है.
मोजिला फायरफॉक्स काफी लंबे समय से गोपनीयता और सुरक्षा के लिए पहचाना जाता है. ट्रैक्टर सुरक्षा और थर्ड पार्टी कुकीज को ब्लॉक करने के साथ-साथ यह उपयोगकर्ताओं को डेटा संग्रह को सीमित करने के लिए भी टूल प्रदान करता है. इसके अलावा यह डिफॉल्ट रूप से एचटीटीपीएस कनेक्शन को लागू करता है, पॉप अप ब्लॉक्स जोड़ता है और साथ ही उपयोगकर्ता को वेबसाइट अनुमति पर पूरा नियंत्रण देता है.
ब्रेव डिफॉल्ट रूप से थर्ड पार्टी विज्ञापन और ट्रैक्टर को ब्लॉक करता है. इसे ब्राउजिंग की स्पीड और सुरक्षा में काफी ज्यादा सुधार होता है. इसी के साथ इसमें टोर के जैसे प्राइवेट ब्राउजिंग की भी सुविधा है जो इसे हाई लेवल सिक्योरिटी पसंद करने वाले लोगों के लिए बेस्ट बनाती है.
गोपनीयता और सुरक्षा के मामले में टोर से बेहतर कुछ नहीं. आपके इंटरनेट ट्रैफिकिंग को कई वॉलिंटियर रन सर्वर के जरिए से रूट करके टोर आपकी ऑनलाइन गतिविधि का पता लगाना काफी ज्यादा मुश्किल कर देता है. यह ट्रैकिंग को पूरी तरह से रोक देता है, स्क्रिप्ट को डिफॉल्ट रूप से बंद कर देता है और सभी वेबसाइटों पर एचटीटीपीएस कनेक्शन कर देता है.
जोहो का उला ब्राउजर भारत में प्राइवेसी और डेटा सुरक्षा पर जोर देने वाला नया ब्राउजर बन के आया है. हालांकि अभी यह वैश्विक सुरक्षा रैंकिंग में शामिल नहीं है. यह एड ब्लॉकिंग और एडवांस्ड ट्रैक्टर प्रोटेक्शन के साथ-साथ एक सिक्योर ब्राउजिंग एक्सपीरियंस देता है.