Glowing Animals At Night: जुगनू ही नहीं रात में इन जानवरों में भी जलती है लाइट, जान लीजिए नाम
ग्लो वॉर्म जुगनू के बाद सबसे ज्यादा जाने पहचाने बायोल्यूमिनेसेंट जीवों में से एक हैं. यह जंगलों और गुफाओं में पाए जाते हैं और जुगनू प्रजाति के लार्वा या पंखहीन मादा होते हैं. दरअसल ये कीड़ों को अपने चिपचिपी रेशमी धागों की तरफ आकर्षित करने के लिए चमकते हैं, जिनका इस्तेमाल ये अपने शिकार को फसाने के लिए करते हैं.
कई जेलीफिश प्रजातियां गहरे समुद्र में नीली या फिर हरी रोशनी में चमकती हैं. दरअसल ये रासायनिक रूप से प्रतिक्रिया करने वाले प्रोटीन की वजह से चमकती हैं. इस रोशनी से जेलीफिश को शिकारियों को भ्रमित करने और छोटे शिकार को आकर्षित करने में मदद मिलती है.
समुद्र की सतह से हजारों मीटर नीचे रहने वाली एंगलरफिश अपनी तेज रोशनी का इस्तेमाल अंधकार में जीवित रहने के लिए करती है. उनके सर से एक मांसल वृद्धि निकलती है जिसे इलिसियम कहा जाता है. यह आगे से चमकता रहता है और जब भी कोई छोटी मछली इसकी जांच करने के लिए पास आती है तो यह फिश उसे पर हमला कर देती है.
1500 से भी ज्यादा प्रजातियों के साथ लैंटर्नफिश मछली समुद्र में सबसे आम जैव प्रकाशिक जीवन में से एक है. इनके शरीर पर छोटे-छोटे प्रकाश उत्पादक अंग होते हैं जिन्हें फोटोफोर कहा जाता है.
इसी में सबसे आकर्षक मछली फ्लैशलाइट है. इन छोटी मछलियों की आंख के ठीक नीचे चमकते बैक्टीरिया भरे होते हैं. ये इन अंगों को घूमर रोशनी को बंद कर सकती हैं. जिससे वह एक दूसरे को संकेत देती हैं या फिर अंधेरे पानी में शिकार को भ्रमित करती हैं.
जापान के पानी में पाया जाने वाला जुगनू स्क्विड अपने पूरे शरीर पर मौजूद छोटे फोटोफोर से एक चमकदार नीली रोशनी पैदा करता है. प्रजनन कॉल के समय लाखों की संख्या में ये स्क्विड सतह के पास इकट्ठे होते हैं जिससे काफी खूबसूरत प्राकृतिक नजारा बनता है.