दुनिया में फेमस हैं पाकिस्तान के ये 6 हिंदू मंदिर, देखिए अब इनकी क्या हालत है
पहला मंदिर है हिंगलाज माता का मंदिर (Hinglaj Mata Ka Mandir). एक वक्त था जब इस मंदिर में दर्शन करने दुनियाभर से हिंदू पहुंचते थे. लेकिन अब ये मंदिर वीरान पड़ा रहता है. पाकिस्तान के बलूचिस्तान में हिंगोल नदी के किनारे बना ये मंदिर माता सती के कई प्रमुख शक्तिपीठों में से एक है.
दूसरा है कटासराज शिव मंदिर (Katasraj Shiv Temple). ये मंदिर भी पाकिस्तान के खास मंदिरों में से एक है. पहाड़ों पर बने इस मंदिर में दर्शन के लिए आजादी से पहले लंबी लंबी कतारें लगा करती थीं. लेकिन अब यहां गिने चुने लोग ही आते हैं. कहते हैं ये मंदिर 900 साल पुराना है.
पाकिस्तान में तीसरा सबसे लोकप्रिय मंदिर है राम मंदिर (Pakistan Ram Mandir). ये मंदिर पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद के पास सैयदपुर में है. राजा मानसिंह द्वारा स्थापित कराया गया ये मंदिर एक दौर में बहुत लोकप्रिय था. कहते हैं इसकी स्थापना साल 1580 में किया गया था.
चौथा सबसे लोकप्रिय मंदिर है हनुमान जी का. पाकिस्तान के कराची में पंचमुखी हनुमान (Pakistan Panchmukhi Mandir) जी का एक बेहद ही पुराना और लोकप्रिय मंदिर है. वहां आज भी हिंदू दर्शन करने जाते हैं. लेकिन ये मंदिर भी अपनी भव्यता खो चुका है. पाकिस्तान के बंटने के बाद इस मंदिर की भी रौनक कम हो गई.
पांचवां सबसे लोकप्रिय मंदिर पाकिस्तान में है गोरखनाथ का मंदिर. ये पाकिस्तान के पेशावर में स्थित है. साल 1947 में बंटवारे के बाद इस मंदिर के कपाट बंद कर दिए गए थे. लेकिन 2011 में इसे फिर से खोला गया. हालांकि, अब यह मंदिर भी किसी खंडहर की ही तरह दिखता है.
6वां पाकिस्तान में सबसे लोकप्रिय मंदिर है वरुण देव का मंदिर. ये मंदिर ना सिर्फ भारत और पाकिस्तान में बल्कि पूरी दुनिया में लोकप्रिय था. इसकी बनावट और इसके पत्थरों पर उकेरी गई नक्काशी कमाल की थी. कहते हैं ये मंदिल लगभग 1000 साल पुराना है. हालांकि, आजदी के बाद इस मंदिर के भी कपाट बंद कर दिए गए थे. लेकिन साल 2007 में हिंदू काउंसिल की वजह से इस मंदिर को फिर से खोल दिया गया था.