दुनिया में किस देश के झंडे में हैं सबसे ज्यादा रंग, आखिर क्यों कहते हैं इसे रंगीन झंडा
भारत के झंडा को हम तिरंगा भी कहते हैं. क्योंकि भारतीय ध्वज में तीन रंग होते हैं, जिसमें केसरिया, सफेद और हरा रंग शामिल है. इन तीनों रंगों का अपना अर्थ होता है.
भारतीय तिरंगा में तीन रंग होता है. राष्ट्रीय ध्वज की ऊपरी पट्टी में केसरिया रंग है, जो देश की शक्ति और साहस को दर्शाता है. वहीं बीच में स्थित सफेद पट्टी धर्म चक्र के साथ शांति और सत्य का प्रतीक है. इसके अलावा निचली हरी पट्टी उर्वरता, वृद्धि और भूमि की पवित्रता को दर्शाती है.
दुनियाभर के सभी झंडों का अपना महत्व है. अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों में किसी भी देश का झंडा उस देश का नेतृत्व करता है. इसलिए दुनियाभर के देशों में झंडा का स्थान सबसे ऊपर होता है.
जानकारी के मुताबिक अधिकांश देशों के झंडों में दो से तीन रंगों का इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन एक देश ऐसा भी है, जिसके झंडा रंगीन है, आसान भाषा में कहें तो इस देश के झंडा में कई रंगों का इस्तेमाल किया जाता है.
आपने देखा होगा कि किसी भी देश का खिलाड़ी, राष्ट्रीय प्रतीक, खेल, कार्यालय और अन्य अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों में राष्ट्रपति,प्रधानमंत्री समेत अन्य अपने राष्ट्रीय ध्वज के साथ देश का प्रतिनिधित्व करते हैं.
अधिकांश देशों का झंडा एक से दो रंगों में दिखता है. लेकिन बेलीज एक ऐसा देश है, जिसके राष्ट्रीय ध्वज में 12 रंग दिखता है. यही कारण है कि बेलीज के झंडा को सबसे रंगीन माना जाता है.