प्रशांत महासागर के नीचे फट रही है धरती, क्यों टेक्टोनिक प्लेटों मेें पड़ रहीं हैं दरारें?
दरअसल हमारी पृथ्वी लिथोस्फियर यानी यानी इसकी ऊपरी सतह बहुत सारी प्लेेटों से बनी हुई है. इसकी सबसे ऊपरी सतह पर टेक्टोनिक प्लेटें बनी हुई हैं. जिनके ऊपर महाद्वीप और महासागर बने हुए हैं.
वैज्ञानिकों ने इन प्लेटों से जुड़ी एक नई खोज की है. ये खोज टोरंटो यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने की है.
जिसमें वैज्ञानिकों को पता लगा है कि प्रशांत महासागर के नीचे की प्लेटों में बहुत बड़ी फॉल्ट है यानी प्रशांत महासागर के नीचे जो धरती है वहां दरारें देखी गई हैं.
ये दरारें सैकड़ों किलोमीटर लंबे तो है हीं, साथ ही हजारों मीटर गहरे भी हैं. इन फॉल्ट से महासागर की प्लेटर टूट कर दूर हो रही हैं.
वैज्ञानिकों को इस बात का अंदाजा नहीं था कि महासागर में भी इस तरह से धरती में दरारें पड़ती हैं. यही दरारें ज्वालामुखी विस्फोट का कारण बनती हैं. हाल ही में ज्वालामुखी विस्फोट हुआ था तो उसकी वजह दो प्लेटों का टूट कर दूर हो जाना ही था.