Tax Free Countries: दुनिया के किन देशों में नहीं देना पड़ता इनकम टैक्स? जान लें हर एक का नाम
सबसे पहले बात करते हैं संयुक्त अरब अमीरात की. यह देश मिडिल ईस्ट में स्थित है और अपनी तेल और गैस की कमाई से इतना समृद्ध है कि वहां के नागरिकों से इनकम टैक्स लेने की जरूरत ही नहीं पड़ती है. सरकार की आय का बड़ा हिस्सा तेल के निर्यात से आता है, जिससे शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी सुविधाएं आसानी से पूरी हो जाती हैं.
बहरीन भी इसी रास्ते पर चलता है. यहां की अर्थव्यवस्था तेल और फाइनेंस सेक्टर से चलती है. इस देश में नागरिकों पर कोई व्यक्तिगत इनकम टैक्स नहीं है. सरकार का राजस्व मुख्य रूप से तेल उत्पादन और विदेशी निवेश से आता है.
कुवैत की कहानी भी कुछ ऐसी ही है. यह देश भी तेल संपदा के कारण दुनिया के सबसे अमीर देशों में गिना जाता है. यहां सरकार अपने नागरिकों को फ्री स्वास्थ्य सेवाएं, शिक्षा और अन्य सुविधाएं देती है और इसके लिए किसी भी प्रकार का टैक्स नहीं वसूलती है.
अब चलते हैं मिडिल ईस्ट से दूर कैमैन आइलैंड्स की ओर. यह ब्रिटिश प्रवासी क्षेत्र पश्चिमी कैरिबियन सागर में स्थित है. यह देश टैक्स-फ्री बिजनेस और बैंकिंग के लिए मशहूर है. यहां की अर्थव्यवस्था टूरिज्म और इंटरनेशनल फाइनेंस पर आधारित है. यहां पर भी इनकम टैक्स नहीं देना पड़ता है.
मोनाको भी ऐसा ही एक देश है जहां स्थानीय लोगों को व्यक्तिगत इनकम टैक्स से छूट मिली है. यूरोप के इस छोटे से देश की पहचान लग्जरी टूरिज्म और रियल एस्टेट के लिए होती है. यहां सरकार की कमाई महंगे होटल, कैसीनो और टूरिज्म से होती है.
इसके अलावा कतर, ब्रुनेई, सऊदी अरब, बहामास, और सेंट किट्स एंड नेविस जैसे देश भी जीरो इनकम टैक्स नीति पर चलते हैं. इन देशों की आय का बड़ा हिस्सा तेल, प्राकृतिक गैस, टूरिज्म और अंतरराष्ट्रीय व्यापार से आता है.
दरअसल, इन टैक्स-फ्री देशों की अर्थव्यवस्था या तो प्राकृतिक संसाधनों से मालामाल है या फिर उन्होंने खुद को बिजनेस और टूरिज्म के ग्लोबल हब में बदल दिया है. इस वजह से सरकार को नागरिकों से इनकम टैक्स लेने की जरूरत नहीं पड़ती है.