Seaweed Benefits: इकोसिस्टम के लिए वरदान है यह बेकार सी दिखने वाली घास, फायदे इतने कि खेती करने लगे हैं कई देश
सीवीड एक अच्छा खाने का स्रोत है और इसकी खेती वातावरण को नुकसान नहीं पहुंचाती है. आज की तारीख में इसकी मांग तेजी से बढ़ रही है.
कुछ चुनिंदा जगहों पर इसकी खेती की जाती है और वहां पर इसकी फसल में अच्छी खासी बढ़ोतरी देखी गई है. विदेशों में 300+ खेतों को इसके लिए तैयार किया जा रहा है. नई सीवीड की नस्लों की खेती से इसकी पैदावार दोगुनी की जा सकती है.
इसकी खेती के लिए दुनिया में पॉलिसी भी तैयार की जा रही है और इसमें इन्वेस्टमेंट किया जा रहा है, अभी तक इसमें 12 गुना इनवेस्टमेंट आ चुका है.
सीवीड को खाने के अलावा इसे और भी कई इंडस्ट्रीज में इस्तेमाल किया जा सकता है जैसे कि प्लास्टिक बनाने में, उर्वरक बनाने में और जानवरों के खाने में भी इसका इस्तेमाल हो सकता है.
ब्रिटिश कोलंबिया में स्थानीय सीवीड की खेती शुरू हो गई है और दुनिया के आठ देश इसकी खेती कर रहे हैं.
सीवीड ग्लोबल वॉर्मिंग को नियंत्रित करती है और यह एक विशाल सिंक है, जो कि लाखों टन कार्बन जमा कर लेता है और पानी की गुणवत्ता को बढ़ाता है.
ये सीवीड फोटोसिंथेसिस के जरिए कार्बन डाई ऑक्साइड सोखते हैं. ये अपनी पतली पत्तियों की वजह से घास जैसे दिखते हैं और करीब 10 करोड़ साल पहले जमीन से माइग्रेट होकर समुद्र में पहुंचे हैं.