यहां नहीं है एक भी नदी, हर साल जीडीपी का मोटा पैसा पानी पर खर्च हो जाता है... ऐसे रहते हैं लोग
सऊदी अरब एक ऐसा देश है, जहां एक भी नदी या झील नहीं है. लेकिन फिर भी वह सम्पन्न देशों में से एक है. यहां तक की सऊदी अरब में बारिश भी न के बराबर ही होती है. बारिश न होने से भूमिगत जल भी रिचार्ज नहीं हो पाता है.
सऊदी अरब को पानी पर बहुत अधिक खर्च करना पड़ता है. गौरतलब है कि विश्व बैंक की एक रिपोर्ट के अनुसार सऊदी अरब हर साल अपनी जीडीपी का अरीब दो प्रतिशत पानी पर ही खर्च करता है.
सऊदी अरब अधिकतर भूमिगत जल पर निर्भर है. वहां पानी के लिए आज भी कुओं का इस्तेमाल होता है. हालांकि, भूमिगत जल इतना पर्याप्त नहीं है कि पूरी जनता को पानी मिल सके.
कुछ आंकड़ों के अनुसार यहां का भूमिगत जल भी जल्दी ही खत्म होने वाला है. एक दिलचस्प बात यह है कि सऊदी अरब में समुद्र के पानी को पीने योग्य बनाकर इस्तेमाल किया जाता है. हालांकि, यह प्रक्रिया काफी महंगी है लेकिन पानी तो जीवन का आधार है, इसलिए ऐसा करना पड़ता है.
सऊदी अरब में एक भी नदी न होने के बाद भी यह दो ओर से समुद्र से घिरा है. इसके पश्चिम में लाल सागर और पूरब में फारस की खाड़ी है. इन दोनों ही समुद्रों का बहुत व्यापारिक महत्व है.