महिलाओं से क्या है छप्पन छुरी का नाता, जानें सबसे पहले किसे मिला था ये नाम
बॉलीवुड की कई फिल्मों के डायलॉग्स में छप्पन छुरी का इस्तेमाल हुआ है. जिसमें ऐसा लगता है कि एक ऐसी स्त्री की बात हो रही है, जो कि नजरों से अदाओं से दिलों पर छुरियां चलाती थी.
जानकीबाई के जन्म के बाद उनके पिता ने मां और बेटी दोनों को छोड़ दिया था. हालात ऐसे हुए कि दोनों को इलाहाबाद के एक कोठे पर बेच दिया गया. वो कोठे की जिंदगी में ऐसी रमीं कि एक दिन उसकी मालकिन हो गईं.
संगीत और गायन में जानकीबाई की हमेशा से रुचि थी, इसलिए उन्होंने बचपन से ही शास्त्रीय संगीत की शिक्षा ले ली है. वो न केवल बला की खूबसूरत थीं बल्कि उनकी आवाज में भी जादू था.
कहा जाता है कि जब वो सिर्फ 12 साल की थीं तो एक पुलिस कांस्टेबल रघुनंदन का उन पर दिल आ गया था, उन्होंने जानकीबाई को प्यार का पैगाम भेजा.
जानकीबाई ने उसे ठुकरा दिया था. जब उसने उनके साथ यौन संबंध बनाने चाहे तो भी जानकीबाई ने इनकार कर दिया था.
गुस्से में उसने जानकीबाई पर छुरी से हमला कर दिया था. वह शरीर से लेकर चेहरे तक घाव करता ही चला गया, जिससे जानकी की हालत गंभीर हो गई.
उनकी बचने की हालत तो नहीं थी, लेकिन फिर भी वे बच गईं. लेकिन चेहरे की सुंदरता की वजह से चेहरे पर घाव ही घाव हो गए थे. तब से लोग उनको छप्पन छुरी के नाम से जानने लगे थे.