Chand And Eid Ul Fitr: ईद और चांद का क्या है कनेक्शन, जानें मुस्लिमों को क्यों रहता है इसके दीदार का इंतजार
इस साल ईद 31 मार्च यानि सोमवार के दिन मनाई जाएगी. इस दिन नए कपड़े लेते हैं और दोस्तों व रिश्तेदारों से मिलकर उनको तोहफे देते हैं व सेवईयां खिलाई जाती हैं.
इस दिन सभी आपसी मनमुटाव खत्म करके एक नए दिन और नए रिश्ते की शुरुआत करते हैं. ईद की सुबह उठकर ईश्वर से दुआ करते हैं कि उन्होंने पूरे महीने रोजे रखने की शक्ति दी.
ईद और चांद की बात करें तो ईद उर्दू कैलेंडर हिजरी के हिसाब से मनाई जाती है. इस कैलेंडर का 9वां महीना रमजान का होता है.
इसके बाद दसवां महीना शव्वाल शुरू होता है, जिसकी पहली तारीख को ईद मनाई जाती है. यहां हर महीना चांद देखकर ही शुरू होता है.
नया चांद दिखने पर नया महीना शुरू हो जाता है. हिजरी संवत चांद पर आधारित कैलेंडर है.
हिजरी कैंलेंडर की शुरुआत इस्लाम की एक प्रसिद्ध ऐतिहासिक घटना कसे मानी जाती है, जब हजरत मुहम्मद ने मक्का शहर से मदीना की ओर प्रवास किया था.
इस कैलेंडर के हिसाब से अगर महीने का पहला चांद नजर नहीं आता है तो माना जाता है कि रमजान का महीना खत्म होने में कुछ कसर है और ईद अगले दिन मनाई जाती है.