इस शहर में रोजाना सुबह भगवान राम को सलामी देती है पुलिस, किसने शुरू की थी यह परंपरा?
मध्य प्रदेश के ओरछा शहर में रामराजा मंदिर और रानी महल न सिर्फ ऐतिहासिक महत्व रखते हैं, बल्कि यहां की परंपरा आज भी जीवित है. यह जगह उत्तर प्रदेश के झांसी जिले से सटी हुई है और यहां भगवान श्रीराम को राजा मानकर पूजा जाता है.
मंदिर की भव्यता और इतिहास दोनों ही इस शहर को हर साल हजारों श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र बनाते हैं. कहा जाता है कि 16वीं शताब्दी में महारानी कुंवरि ने भगवान राम की मूर्ति अयोध्या से ओरछा लाकर स्थापित की थी.
इसके बाद से रामराजा को राजा की तरह सम्मान दिया जाता है. नगर की पुलिस और गार्ड आज भी हर सुबह चारों समय सलामी देते हैं. पांच गणवेशधारी गार्ड पूरे दिन में चार बार भगवान राम को गार्ड ऑफ ऑनर देते हैं.
विशेष बात यह है कि यहां किसी भी VIP, नेता या अफसर को गार्ड ऑफ ऑनर नहीं दिया जाता. चाहे वह प्रधानमंत्री हों या राष्ट्रपति, सलामी का अधिकार केवल राजा राम को ही है. यही वजह है कि ओरछा विश्व में ऐसा एकमात्र स्थान माना जाता है, जहां भगवान को राजा के रूप में पूजा जाता है.
ओरछा में सलामी की परंपरा करीब 500 साल पुरानी है. इसे राजा मधुकरशाह ने शुरू किया था. तब से यह परंपरा निरंतर जारी है.
नगर की पुलिस प्रतिदिन भगवान राम को चारों पहर सलामी देती है, जबकि सूर्यास्त के बाद सामान्य नियमों के अनुसार VIP को गार्ड ऑफ ऑनर नहीं दिया जाता, लेकिन यहां सूर्यास्त के बाद भी भगवान श्रीराम को सलामी दी जाती है.
यह परंपरा सिर्फ धार्मिक भावनाओं तक सीमित नहीं है, बल्कि यह नगर के सांस्कृतिक और ऐतिहासिक पहचान का हिस्सा बन गई है. श्रद्धालु और पर्यटक दूर-दूर से इसे देखने आते हैं और इस अनोखी सलामी को कैमरे में कैद करते हैं.