व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस का नाम उल्लू पर क्यों रखा गया, जान लीजिए इसका जवाब
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दूसरी बार राष्ट्रपति बनने के बाद दोनों नेताओं की ये पहली मुलाकात है. पीएम मोदी की अमेरिकी यात्रा के दौरान उनकी मुलाकात राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में हुई है.
आज हम आपको बताएंगे कि जिस ओवल ऑफिस में ट्रंप और पीएम मोदी की मुलाकात हुई है, उसका इतिहास कितना पुराना है और उस कक्ष का नाम ओवल ऑफिस क्यों पड़ा है.
बता दें कि व्हाइट हाउस में ओवल ऑफिस अमेरिकी राष्ट्रपति का औपचारिक वर्कप्लेस है. इस जगह पर अमेरिकी राष्ट्रपति राष्ट्राध्यक्षों, राजनयिकों, कर्मचारियों समेत अन्य देशों के महत्वपूर्ण नेताओं के साथ बातचीत करते हैं.
जानकारी के मुताबिक अमेरिकीवासियों और दुनिया को संबोधित करने के लिए भी अमेरिकी राष्ट्रपति ओवल ऑफिस का इस्तेमाल करते हैं. बता दें कि यह ऑफिस व्हाइट हाउस के पश्चिम विंग में है. इस कमरे का इस्तेमाल पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज वाशिंगटन ने भी किया है.
अब आप सोच रहे होंगे कि इस कमरे का नाम उल्लू यानी ओवेल के नाम पर क्यों पड़ा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस कमरे का आकार वास्तव में अंडाकार है, जिस कारण इसका नाम ओवेल ऑफिस पड़ा है.