लड़कों को मर्द बनाने का अनोखा रिवाज, करते हैं इतना 'गंदा काम' कि आने लगेगी उल्टी
ऐसा ही एक रिवाज द्वीपीय देश पापुआ, न्यू गिनी में निभाया जाता है, जिसे सुनकर आपको या तो शर्म आएगी या फिर आप इस रिवाज को सुनकर उल्टी करने लगेंगे. यह रिवाज यहां की सांबिया जनजाति से जुड़ा है. चलिए आपको इसके बारे में बताते हैं.
पापुआ, न्यू गिनी की सांबिया जनजाति में लड़कों को योद्धा बनाए जाने के लिए एक बहुत ही अजीब रिवाज का पालन किया जाता है. यहां जन्म के कुछ वर्ष के बाद बच्चों को सीमेन (वीर्य) पिलाया जाता है. माना जाता है कि इससे उनमें योद्धा के गुण आते हैं और उनका शरीर लोहे जैसा हो जाता है.
सांबिया जनजाति में जब कोई लड़का सात साल का होता है तो उसे इस रिवाज का पालन करना होता है. सात साल का होते ही यहां लड़कों को महिलाओं की मौजूदगी से दूर कर दिया जाता है. माना जाता है कि महिलाएं पुरुषों के लिए खतरनाक हो सकती हैं.
इस जनजाति के बच्चों को पुरुषों के पास रखा जाता है. इस दौरान उन्हें अपने से बड़े पुरुषों का वीर्य पीना होता है. यह प्रक्रिया सात वर्ष की उम्र से शुरू होती है और अगले 10 साल तक चलती है. इन 10 सालों में वे अपने से बड़े उम्र के पुरुष का वीर्य पीते हैं.
जब तक बच्चे मैनहुड (मर्दानगी) की अवस्था को नहीं पा लेते, उन्हें ऐसा करना पड़ता है. या तो वे ओरल पेनीट्रेशन के जरिए या पुरुषों द्वारा इकट्ठा किए गए वीर्य को पीते हैं. यह रिवाज सुनने और करने में अजीब है, लेकिन ऐसा अनिवार्य होता है.
सांबिया जनजाति में माना जाता है कि जो बच्चा, जितनी ज्यादा मात्रा में पुरुष के वीर्य का सेवन करेगा, वह उतना ही बेहतरीन योद्धा बनेगा. मान्यता है कि अपने से बड़े पुरुष के शुक्राणु उनमें योद्धा के गुण विकसित करते हैं.