क्या सच में नाग की मौत का बदला लेती है नागिन? जानिए इस बात में कितनी सच्चाई है
ऑस्ट्रेलिया के प्रसिद्ध विक्टोरिया म्युजियम में सांपों की सबसे ज्यादा प्रजातियां हैं. यहां लगातार सांपों से जुड़े अध्ययन किए जाते हैं. जिनके नतीजे उनकी आधिकारिक वेबसाइट पर भी उपलब्ध हैं. इन्ही अध्ययनों के आधार पर हम आज सांपो से जुड़े कुछ मिथकों की सच्चाई जानेंगे.
मिथक 1 :- सांप हमेशा जोड़े में ही चलते हैं. सच्चाई :- आमतौर पर प्रेम और संभोग के दौरान ही दो सांप एक जगह पर होते हैं, लेकिन वो साथ नहीं चलते हैं. क्योंकि, बड़ा सांप आमतौर पर छोटे को मारकर खा जाता है.
मिथक 2 :- सांप कटोरी में रखा दूध पीने के लिए आता है. सच्चाई :- आपको जानकर शायद हैरानी हो, लेकिन असलियत यह है कि सरीसृप डेयरी उत्पादों को पचा नहीं सकते. इसलिए उनकी दूध पीने की कोई खास इच्छा नहीं होती है. हालांकि, प्यासे होने लार वो कुछ भी पी लेंगे.
मिथक 3 :- खतरा भांपने पर मादा सांप अपने बच्चे को निगलकर बचाती है. सच्चाई :- सांप अगर किसी को निगलता है, तो वो अंदर जाकर तुरंत ही सांप के पाचक रसों के कारण मर जाएगा.
मिथक 4 :- अगर सांप का सिर काट दिया जाए तो वह सूर्यास्त तक जीवित रहता है. सच्चाई :- सिर कट जाने के बाद सांप का शरीर कुछ समय के लिए हरकत में रहता है, लेकिन ऐसा नहीं है कि वो सूरज के डूबने तक जिंदा रहता है.
मिथक 5 :- अगर नाग को मारेंगे तो नागिन इसका बदला जरूर लेगी. सच्चाई :- सांपों का किसी तरह का सामाजिक बंधन नहीं होता है और ना ही वो हमलावर को पहचान पाते हैं. सांपो की बुद्धि या मैमोरी इतनी तेज नहीं होती है. इस तरह का भ्रम फैलाने में बॉलीवुड फिल्मों का बहुत ज्यादा योगदान है.