Mig 21 Retired: मिग-21 में नहीं होता था एसी तो गर्मी से कैसे बचते थे पायलट, जान लें टेक्नोलॉजी
मिग-21 के साथ उड़ान भरना पायलटों के लिए कभी आसान नहीं था. दरअसल, इस विमान में एयर कंडीशनिंग सिस्टम नहीं लगा था. ऐसे में गर्मी से भरे कॉकपिट में घंटों तक उड़ान भरना पायलटों के लिए बड़ी चुनौती थी.
मिग-21 में एयर कंडीशनर के बजाय एक Environmental Conditioning System लगाया गया था. यह सिस्टम मूल रूप से विमान के इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों यानी एवियोनिक्स को ठंडा रखने के लिए डिजाइन किया गया था.
लेकिन इसमें से निकलने वाली ठंडी हवा का एक हिस्सा कॉकपिट में भी भेजा जाता था. यही ठंडी हवा पायलटों को गर्मी से राहत देती थी और कॉकपिट के तापमान को नियंत्रित रखती थी. ECS के जरिए बनाई गई ठंडी हवा लगातार कॉकपिट में जाती रहती थी.
हालांकि यह एयर कंडीशनिंग जितनी आरामदायक नहीं होती थी, लेकिन लंबे समय तक उड़ान भरते समय पायलटों को कम से कम सहनीय माहौल जरूर प्रदान करती थी.
तकनीकी मदद के अलावा पायलटों के पास अपनी सुरक्षा और आराम के लिए खास फ्लाइट सूट भी होता था.इस सूट के नीचे वे एक एक्सपोजर सूट पहनते थे.
इस सूट को अनौपचारिक भाषा में पूपी सूट कहा जाता था. यह सूट गोताखोरों के ड्राई सूट की तरह काम करता था.
गर्म मौसम में यह पायलट को अधिक तापमान से बचाता था और ठंडी परिस्थितियों में या पानी में उतरने की स्थिति में शरीर को सुरक्षित रखता था.