खुद को बदल रहा है चांद? नासा ने किया चौंकाने वाला खुलासा
ज्यादातर वैज्ञानिकों के मुताबिक, ये लावा धीरे-धीरे ठंडा हुआ और इसके जमने के बाद चंद्रमा का निर्माण हुआ था, लेकिन इस सप्ताह नेचर जियोसाइंस जर्नल में प्रकाशित एक नए पेपर के अनुसार, यह कुछ हद तक एक ऐसे उपन्यास जैसा है जिसमें अपना इतिहास इंसान खुद से बुनता है.
चंद्रमा के बारे में हम जो कुछ भी जानते हैं उसका अधिकांश सैद्धांतिक मॉडल के साथ-साथ 50 साल पहले अपोलो अंतरिक्ष यात्रियों द्वारा एकत्र किए गए चट्टान के नमूनों के विश्लेषण से आता है.
चंद्रमा से लाए गए बेसाल्टिक लावा चट्टानों के नमूनों में आश्चर्यजनक रूप से टाइटेनियम की उच्च सांद्रता मिली है.
वहीं इसके बाद में लिए गए उपग्रह अवलोकनों से पता चला कि ये टाइटेनियम-समृद्ध ज्वालामुखीय चट्टानें मुख्य रूप से चंद्रमा के बहुत करीब हैं, लेकिन इस बात का खुलासा नहीं हो सका है कि वो वहां तक कैसे पहुंची.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, एक नए अध्ययन में वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि चंद्रमा सचमुच में अंदर से बाहर हो रहा है. हालांकि इसे साबित करने के लिए भौतिक साक्ष्य बहुत कम हैं.