क्या बचपन में निगली हुई च्युइंगम अभी भी आपके पेट में है? जानिए एक्सपर्ट्स क्या कहते हैं
च्युइंगम के बॉडी में जाने से नुकसान लेकर अलग-अलग तरह की बातें होती हैं. कुछ लोग कहते हैं कि इससे सांस अटकती है तो कोई तर्क देता है कि यह आंतों में चिपक जाती है. लेकिन असलियत में क्या होता है ये जानना बहुत जरूरी है.
वैसे तो च्युइंगम को निगलने के बाद कोई स्वास्थ्य परिणाम देखने को नहीं मिलता. क्योंकि अक्सर ये मल त्याग के दौरान निकल जाता है. लेकिन अगर बार-बार च्युइंगम को निगला जाता है तो यह स्वास्थ्य को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा सकता है.
हम सभी ने कभी न कभी यह कहानी जरूर सुनी होगी कि अगर च्युइंगम को निगल लिया जाता है तो यह कई साल तक पेट में मौजूद रहती है. वैसे यह बात तो सच नहीं है, लेकिन इसने कई लोगों को ज्यादा च्युइंगम खाने से रोका जरूर है.
च्युइंगम (Chewing Gum) लचीली और चिपचिपी होती है. आप इन्हें आराम से घंटों तक चबा सकते हैं. हालांकि ये चबाने के बावजूद ठोस बनी रहती है. इनकी बनावट में कोई बदलाव नहीं दिखता. इसी वजह से यह माना जाता है कि कई बार च्युइंगम (Chewing Gum) पेट की परत में रह जाता है और आंत के कार्यों में रुकावट भी पैदा करता है.
दरअसल, च्युइंगम (Chewing Gum) अघुलनशील होता है. इसलिए हमारा बॉडी इन्हें तोड़ने के लिए डाइजेस्टिव एंजाइम को प्रॉड्यूस भी नहीं करता है. हालांकि जैसे बाकी फूड आइटम्स डाइजेशन प्रोसेस के तहत आगे बढ़ते हैं, ठीक उसी तरह च्युइंगम (Chewing Gum) भी आगे बढ़ता है और पॉटी के जरिए बॉडी से बाहर निकल जाता है.